2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री कुमारी शैलजा को छत्तीसगढ़ का नया प्रभारी बनाया है। शैलजा छत्तीसगढ़ की तीसरी महिला प्रभारी होंगी। इससे पहले प्रभा राव और अंबिका सोनी प्रदेश की प्रभारी रह चुकीं हैं। मल्लिकार्जुन खडगे के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद से संगठन में परिवर्तन की सुगबुगाहट होने लगी थी।
प्रदेश प्रभारी के रुप में पुनिया का कार्यकाल भी पूरा हो चुका था यही वजह है कि चुनाव के पहले प्रदेश को नया प्रभारी मिल गया है। प्रभारी के बाद प्रदेश अध्यक्ष के बदलने की चर्चा शुरू हो गई है। कई और बदलाव भी हो सकते हैं। शैलजा के सामने छत्तीसगढ़ में सत्ता और संगठन के साथ मिलकर 2023 में सत्ता में कांग्रेस की वापसी बड़ी चुनौती होगी। इसके अलावा 2024 में होने वाले लाेकसभा चुनाव में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन का दबाव भी रहेगा।
प्रदेश अध्यक्ष के भी बदले जाने की चर्चा
प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। इस पद के लिए आेबीसी नेता के नाम की चर्चा है लेकिन जातिगत समीकरण को देखते हुए यदि मरकाम रिपीट नहीं हुए तो फिर बस्तर के ही एक आदिवासी नेता को पार्टी की कमान दी जा सकती है।
दो बार मंत्री रह चुकीं हैं शैलजा
कुमारी शैलजा को 1990 में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकीं हैं। वह दो बार सिरसा व दो बार अंबाला से सांसद रही हैं। 2014 से वर्ष 2020 तक राज्यसभा सदस्य रह चुकी हैं। लेकिन वह अंबाला से पिछला चुनाव हार गईं थीं। वह यूपीए की दोनों सरकार में मंत्री रह चुकी हैं।
शैलजा इस साल सितंबर में पहली बार छत्तीसगढ़ आई थीं तब उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की पत्रकारवार्ता की जिम्मेदारी गई थी।
शैलजा के सामने चुनौतियां
- फरवरी 2023 में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन का सफल आयोजन।
- 2023 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सत्ता में वापसी।
- सत्ता और संगठन के बीच बेहतर तालमेल।
- संगठन के बूथ स्तर तक के पदाधिकारियों को रिचार्ज करना।
- प्रदेश के हर जिला और ब्लाक स्तर के नेताओं के साथ बातचीत।
ये रहे पूर्व प्रभारी
- प्रभा राव थी
- अंबिका सोनी
- विलासराव देशमुख
- मार्गेट अल्वा
- अशोक गहलोत
- नारायण सामी
- बीके हरिप्रसाद
- पीएल पुनिया