रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों से जुड़ी महिला समूहों और गौठान समितियों को 8 करोड़ 23 लाख रूपए की राशि आनलाइन जारी की।
इस राशि में 15 जनवरी से 31 जनवरी तक गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय 2.38 लाख क्विंटल गोबर के एवज में 4 करोड़ 76 लाख रूपए, गौठान समितियों को 2.04 करोड़ रूपए और महिला समूहों को 1.43 करोड़ रूपए की लाभांश राशि शामिल है। इसके अलावा वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बघेल ने दुर्ग जिले के चिटफंड कंपनी के निवेशकों को राशि भी लौटाई है।
गोधन न्याय योजना में राशि जारी
गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी के एवज में विक्रेताओं को अंतरित की गई 4.76 करोड़ रूपए की राशि में से मात्र 1.98 करोड़ की राशि कृषि विभाग द्वारा तथा 2.78 करोड़ रूपए का भुगतान स्वावलंबी गौठानों द्वारा किया गया है। राज्य में अब तक 4927 गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं, जो स्वयं की जमा पूंजी से गोबर क्रय करने लगे हैं। स्वावलंबी गौठानों द्वारा अब तक 40.49 करोड़ रूपए का गोबर स्वयं की राशि से क्रय कर भुगतान किया गया है। गौठानों में गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने की 13 यूनिट शुरू हो चुकी हैं। क्रियाशील यूनिटों के माध्यम से अब तक 17936 लीटर प्राकृतिक पेंट का उत्पादन किया गया है, जिसमें से 9622 लीटर प्राकृतिक पेंट के विक्रय से 22 लाख 51 हजार 110 रूपए की आय अर्जित हुई है। राज्य के 21 जिलों के 29 चिन्हित गौठानों में गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने की यूनिट स्थापना अंतिम चरण में है। शीघ्र ही इनसे प्राकृतिक पेंट का उत्पादन होने लगेगा।
चिटफंड कंपनियों के निवेशकों के पैसे वापस
वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बघेल द्वारा दुर्ग जिले के चिटफंड कंपनी के 3 हजार 274 निवेशकों को 2 करोड़ 56 लाख रुपए की राशि लौटाई गई। बता दें प्रदेश में अब तक निवेशकों को लगभग 40 करोड़ रुपए की राशि लौटाई गयी।चिटफंड कंपनियों के विरुद्ध छत्तीसगढ़ में कठोर कार्रवाई की जा रही है। दुर्ग जिले में अब तक चिटफंड कंपनियों के 126 डायरेक्टर और 8 पदाधिकारियों की गिरफ्तार किया गया है। वहीं ठगी करने वाली चिटफंड कंपनियों की सम्पत्तियों को कुर्क कर निवेशकों को राशि वापस की जा रही है।