छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने सोमवार को विधानसभा में पेश किए गए चुनावी वर्ष के बजट में आदिवासी, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए कई योजनाओं के आयोजन के अलावा अंतर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव आयोजित करने की बात कही है.
सीएम भूपेश बघेल ने राज्य विधान सभा में अपने बजट के बाद के ब्रीफिंग के दौरान संवाददाताओं से कहा, “अंतर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन राज्य के लोगों को दुनिया भर में रामायण के विभिन्न संस्करणों को समझने का अवसर प्रदान करने में मदद करेगा.” राज्य सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के लिए 12 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव दिया है.
कौशल्या महोत्सव के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रावधान
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने बजट भाषण में कहा कि रायपुर जिले के चंदखुरी में कौशल्या महोत्सव के लिए रामलीला और मानस गायन दलों के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. माता कौशल्या मंदिर भगवान राम की माता कौशल्या को समर्पित है. यह दुनिया का इकलौता मंदिर है जो माता कौशल्या को समर्पित है.
मुख्यमंत्री ने प्रसिद्ध भोरमदेव मंदिर के पास तीन करोड़ रुपये की लागत से आदिवासी संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विरासत झरोखा योजना के तहत प्राचीन शिल्प, स्थापत्य कला की प्रतिकृतियां प्रदर्शित करने के लिए 99 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है. इसी प्रकार मुख्यमंत्री धरोहर दर्शन योजना के तहत राज्य संरक्षित स्मारक स्थलों पर धरोहर मित्र की नियुक्ति की जायेगी और शैक्षणिक संस्थानों के छात्र-छात्राओं को भ्रमण के लिए अनुदान दिया जायेगा.
नवा पिलर योजना शुरू करने की घोषणा
मुख्यमंत्री ने केश शिल्पी कल्याण बोर्ड स्थापित करने और वरिष्ठ नागरिकों, ट्रांसजेंडर व्यक्तियों, विधवाओं और विकलांग व्यक्तियों की समस्याओं के ऑनलाइन समाधान के लिए एक सियान हेल्पलाइन केंद्र और टोल-फ्री नंबर शुरू करने की भी घोषणा की. इसके अलावा, ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को शिक्षण प्रशिक्षण और उनके रोजगार के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सहायता के लिए नवा पिलर योजना शुरू की जाएगी.