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बिन मौसम बरसात! मार्च में क्यों हो रही उत्तर भारत में इतनी बारिश? बदलते मौसम का क्या संकेत!

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उत्तर पश्चिम भारत में मार्च महीने बारिश का कई दौर जारी रहा। बुधवार से लगातार बारिश उत्तर भारत के अलग-अलग इलाकों में हो रही है।

गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर के आस-पास के इलाकों में बारिश देखने को मिल रही है। आखिर ऐसी बिन मौसम बरसात क्यों हो रही है, मार्च में आखिर उत्तर भारत में इतनी बारिश क्यों देखने को मिल रही है? भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिम भारत के 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से इस महीने अब तक दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान सहित इलाकों में बारिश दर्ज की गई है। उत्तराखंड में 29 मार्च तक सामान्य बारिश दर्ज की गई है, जबकि हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में इस महीने बारिश में कमी दर्ज की गई है।

उत्तर पश्चिम भारत में बारिश का दौर लगभग दो हफ्ते पहले शुरू हुआ था और अब भी जारी है। आईएमडी के अनुसार, पिछले दो हफ्तों में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश सहित क्षेत्र के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि दर्ज की गई है। फरवरी में बारिश में कमी के बाद इस महीने बारिश हुई है। फरवरी में उत्तर पश्चिमी भारत में 76% कम बारिश दर्ज की गई। दिल्ली में फरवरी में बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई, जबकि इस महीने अब तक सफदरजंग मौसम केंद्र में 75% से अधिक बारिश हुई है।

क्यों हो रही है इतनी बारिश?
इसका संबंध पश्चिमी विक्षोभ से है। यह भूमध्यसागरीय क्षेत्र से आने वाले तूफान हैं जो उत्तर-पश्चिम भारत में वर्षा लाते हैं। फरवरी के विपरीत इस महीने पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित कर रहे है। वर्षा का मौजूदा दौर पश्चिमी विक्षोभ के कारण ही सामने आया है। आईएमडी के वैज्ञानिकों के मुताबिक इस महीने अब तक चार पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों को प्रभावित कर चुके हैं।

मार्च में कम रहा तापमान
इस महीने हुई बारिश भी अपने साथ तापमान में गिरावट लेकर आई है। उदाहरण के लिए, दिल्ली में, अधिकतम तापमान 19 मार्च को 25.3 डिग्री सेल्सियस के निचले स्तर तक गिर गया। पिछले साल, जब दिल्ली में मार्च में बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई तो राष्ट्रीय राजधानी में 20 मार्च के बाद अधिकतम तापमान 38 और 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस साल मार्च में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। आईएमडी ने बुधवार को जारी पूर्वानुमान में कहा कि अगले 24 घंटों में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव की उम्मीद नहीं है, लेकिन अगले चार दिनों में दो से चार डिग्री की गिरावट आ सकती है।

क्या कहता है आईएमडी का अनुमान?
बुधवार को भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 30 मार्च से 1 अप्रैल तक उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में गरज और ओलावृष्टि के साथ बारिश के नए दौर का पूर्वानुमान जारी किया। 30 मार्च से 1 अप्रैल तक जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में छिटपुट बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है, जबकि 30 और 31 मार्च को छिटपुट ओलावृष्टि होने की संभावना है।