छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को कुछ ही महीने बचे हुए हैं. जैसे – जैसे चुनाव की तारिख नजदीक आ रही है, वैसे – वैसे नेताओं का पार्टी छोड़ना और दूसरे पार्टी में जाने का दौर भी शुरू हो चुका है.
अब जोगी कांग्रेस के लगभग चार सौ पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
दरसअल, बिलासपुर में जोगी कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. जिला अध्यक्ष, शहर अध्यक्ष, महिला, यूथ सहित अलग- अलग विंग के सैकड़ों पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अपने पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. पदाधिकारियों ने पार्टी और प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी पर निष्क्रियता और शून्यता का आरोप लगाया है. उन्होंने इसी को पार्टी छोड़ने का कारण बताया है. जोगी कांग्रेस के पदाधिकारियों का कहना है कि दिंवगत अजीत जोगी के विजन की पार्टी दिशाविहीन हो गई है.
इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ताओं ने क्या कहा
अजीत जोगी के निधन के बाद पार्टी का कोई विजन और नेतृत्व नहीं दिख रहा है. प्रदेश अध्यक्ष निष्क्रिय हो चुके हैं. पार्टी की गतिविधियां शून्य हो गई हैं. कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. पदाधिकारी और कार्यकर्ता इससे निराश और असंतुष्ट हैं. प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी की निष्क्रियता और पार्टी की शून्यता को देखते हुए बिलासपुर जिला कार्यकारणी के अलग- अलग विंग के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है.
बड़े पैमाने पर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने दिया इस्तीफा
इस्तीफा देने वालों में प्रदेश सचिव और लोकसभा प्रभारी करण मधुकर, जिला शहर अध्यक्ष बॉबी राज, युवा मोर्चा अध्यक्ष अजीत, उपाध्यक्ष गुड्डा कश्यप, प्रदेश संगठन मंत्री बबलू जॉर्ज, महिला विंग जिला अध्यक्ष ललिता भारद्वाज, उपाध्यक्ष ब्रजकिशोर गावस्कर, जिला मंत्री सीता देवी और महामंत्री महिला विंग रमा रात्रे सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हैं. गौरतलब है कि जोगी कांग्रेस के जिला कार्यकारिणी में अलग-अलग विंग के करीब साढ़े चार सौ पदाधिकारी और कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.


