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मां महामाया एयरपोर्ट से अब दिल्ली और बनारस के लिए उड़ेंगे विमान, सीएम भूपेश बघेल ने दिए संकेत

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार को अम्बिकापुर के दौरे पर थे.

मुख्यमंत्री ने अम्बिकापुर पहुंचकर मां महामाया एयरपोर्ट का निरीक्षण किया. सीएम भूपेश बघेल ने एयरपोर्ट पर लोगों और नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अम्बिकापुर का रनवे और एयरपोर्ट बहुत सुंदर बना है. साथ ही मुख्यमंत्री ने इसके काम में लगे अधिकारियों की भी जमकर तारीफ की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अम्बिकापुर से देश के कई शहरों तक विमान सेवा शुरू करने के लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन ( DGCA) को भी प्रस्ताव भेजने की बात कही. इस प्रस्ताव में सच में मुहर लग जाती है, तो फिर सालों से आवागमन में पिछड़े सरगुजा के लोगों के लिए ये बड़ी सौगात होगी. संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर से 15 किलोमीटर दरिमा में बने मां महामाया एयरपोर्ट का दोबारा निर्माण 374 एकड़ में हुआ है. इसमें 48 करोड़ की लागत से एयर स्ट्रिप का निर्माण किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा “भविष्य में ये एयर स्ट्रिप और एयरपोर्ट अधिक संख्या में बड़े विमान उतारने के लिए तैयार हो गया है.” इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि तीन दिन बाद डीजीसीए की टीम निरीक्षण करने आने वाली है. उसके तुरंत बाद लाइसेंस के लिए आवेदन लगा देंगे. आवेदन लगाने के 25 दिन बाद लाइसेंस जारी हो जाता है, अगर मुख्यमंत्री की माने तो एक महीने के भीतर लोग यहां से हवाई सफर का आनंद लेने लगेंगे. मां महामाया एयरपोर्ट का रनवे और तमाम व्यवस्था देखकर खुश हुए सूबे के मुखिया भूपेश बघेल ने कहा ” सरगुजा से दिल्ली, रायपुर और बनारस फ्लाइट के लिए डायरेक्ट जनरल ऑफ सिविल एविएशन को एक सुझाव भेजा जाएगा. इन सभी जगह में फ्लाइट शुरू होने के बाद यहां के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. सरगुजा से तीन दिन बनारस और तीन दिन दिल्ली की फ्लाइट शुरू होने से लोग सहजता से यात्रा कर सकेंगे. सरगुजा से इन महानगरों की कनेक्टिविटी के बाद लोग मैनपाट के सौंदर्य को सुगमता से देख सकेंगे. साथ ही रामगढ़ की पहाड़ियां और तातापानी के गर्म जल स्त्रोत भी देख सकेंगे. इस तरह सरगुजा पर्यटन के नक़्शे में प्रमुख केन्द्र के रूप में स्थापित हो सकेगा.” गौरतलब है कि सरगुजा देश के सबसे पुराने एयरपोर्ट की फेहरिस्त में शुमार है. आज़ादी के बाद 1950 में यहां एयरपोर्ट बनाया गया था. 1974 में इंदिरा गांधी यहां आई थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जब ये एयरपोर्ट विकसित हो गया है तो निजी विमान भी यहां उतर सकेंगे. अपना अनुभव साझा करते हुए सीएम ने कहा कि पहले जब यहां विमान लैंडिंग होती थी, तो गोता लगाने जैसा अनुभव होता था. अब शानदार एयर स्ट्रिप बन जाने से स्मूथ लैंडिंग हो रही है. मुख्यमंत्री ने इस दौरान 5 महिलाओं को साड़ी भेंटकर उन्हें सम्मानित भी किया.