बॉलीवुड फिल्म आदिपुरुष को लेकर मचा बवाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस बवाल की आंच माता सीता के मायके यानि मथिलांचल, नेपाल से होते हुए माता कौशल्या के मायके यानि छत्तीसगढ़ तक पहुंच गई है और फिल्म को बैन करने की मांग हो रही है।
कांग्रेस के बाद भाजपा नेताओं ने भी फिल्म को बैन करने की मांग की है। वहीं, अब प्रदेश में फिल्म को बैन करने की मांग पर सीएम भूपेश बघेल का बड़ा बयान सामने आया है।
सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह की मांग पर कहा कि फ़िल्म को लोग देखने न जाएं, देखना जबरदस्ती है क्या? भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली बात है तो उसे देखने ही ना जाएं। सेंसर बोर्ड को देखना चाहिए कि इस प्रकार से जो हमारे महापुरुष हैं, जो हमारे आराध्य हैं, उनके मुख से इस प्रकार का शब्द बुलवाना उचित बात नहीं है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
बता दें कि पूर्व सीएम रमन सिंह ने फिल्म आदिपुरुष को लेकर कहा है कि विरोध और समर्थन की बात नहीं है, बात आस्था और हिंदुस्तान की की संस्कृति की है। प्रभु श्री राम जन-जन में बसे हुए हैं। भगवान राम के प्रति आदर और सम्मान भाव होना चाहिए, कुछ भी इसके विपरीत है तो कोई समर्थन नहीं करेगा। फ़िल्म को बैन करने की बात पर रमन सिंह ने कहा कि सरकार को लगता है कि कुछ ठीक नहीं है तो इस पर तत्काल निर्णय लेना चाहिए।
वहीं, भाजपा सांसद विजय बघेल ने फिल्म को बैन करने की मांग को लेकर ASP और तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने फिल्म की अमर्यादित भाषा को लेकर आपत्ति जताई है। सांसद बघेल ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ आदिपुरुष के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। इससे पहले सीएम भूपेश बघेल के ट्वीट पर रिट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने कहा है कि इस फिल्म में भगवान श्री राम का मजाक बनाया गया है। फिल्म को बैन किया जाना चाहिए।