मणिपुर में दो महिलाओं निर्वस्त्र कर परेड कराए जाने के मामले के मुख्य आरोपी को अरेस्ट कर लिया गया है। इस घटना का वीडियो बुधवार से वायरल हो रहा है, जिस पर देश भर में हंगामा मचा है।
यह मामला 4 मई का है, जिस पर अब तक पुलिस की ओर से ऐक्शन ना लिए जाने पर लोगों का गुस्सा फूटा है। इम्फाल से महज 35 किलोमीटर की दूरी पर नांगपोक थानाक्षेत्र की इस घटना को लेकर राज्य सरकार बुरी तरह घिरी हुई है। राज्य के ही थाउबल इलाके से घटना के मुख्य आरोपी को अरेस्ट किया गया है। वीडियो वायरल होने के बाद मणिपुर में एक बार फिर से तनाव बढ़ गया है, जो बीते ढाई महीने से जातीय संघर्ष की आग में जल रहा है।
मैतेई समुदाय के लोगों को एसटी का दर्जा दिए जाने की हाई कोर्ट की सलाह पर यह बवाल 3 मई को शुरू हुआ था। इसके बाद से ही आगजनी और हिंसा का दौर जारी है। अब तक मणिपुर की हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। फिलहाल वायरल वीडियो को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि दो महीने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई है।
इस घटना को लेकर 18 मई को एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन अब तक कोई ऐक्शन क्यों नहीं हुआ। वायरल वीडियो सामने आने के बाद पुलिस पर दबाव बना है और अब जाकर मुख्य आरोपी को अरेस्ट किया गया है। वीडियो में सैकड़ों लोगों को महिलाओं को नंगा कर घुमाते देखा जा सकता है, लेकिन अब तक ये लोग पुलिस की पहुंच से दूर हैं। इस बीच विपक्ष ने मणिपुर के मामले को संसद में उठाने की बात कही है। वहीं सरकार का कहना है कि वह चर्चा के लिए तैयार है।
विपक्ष ने मांगा सीएम बीरेन सिंह का इस्तीफा, प्रतिनिधिमंडल की मांग
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह का इस्तीफा मांगा है। इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल को भी भेजने की मांग की है। सरकार ने मणिपुर में इंटरनेट पर रोक लगा दी है। इसके अलावा देश भर के लिए एडवाइजरी जारी की है कि मणिपुर की घटना का वीडियो किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर ना किया जाए।