पूरे देश में इन दिनों टमाटर के दाम ने दोहरा शतक पार कर लिया है. लोग टमाटर का स्वाद नही ले पा रहे हैं. टमाटर की बढ़ती कीमत की वजह से लोग इसे कम खरीद रहे हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में टमाटर 50 रुपये किलो में दिया जा रहा है.
यहां के राजनांदगांव (Rajnandgaon) जिले के समाजसेवी संगठन लायंस क्लब (Lions Club) के सदस्यों ने लोगों को थोड़ी-बहुत राहत देने के मकसद से उन्हें 50 रुपये किलो की दर से 1000 किलो टमाटर बेचे गए.
दरअसल, राजनांदगांव जिले के लायंस क्लब ने टमाटर के बढ़ी कीमतों के बीच 50 रुपये किलो की दर से टमाटर बेचकर लोगों को राहत देने की कोशिश की. 50 रुपये किलो में टमाटर मिलने की सूचना इलाके में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते सैकड़ों लोग टमाटर खरीदने के लिए कतार में खड़े हो गए. सोमवार सुबह से ही यहां सैकड़ों लोगों की लाइन लग गई और मिनटों में 1000 किलो टमाटर बिक गए. इस बीच टमाटर खरीदने आए लोगो में अफरा-तफरी भी मच गई. इसके चलते थोड़ी देर के लिए बिक्री रोकनी पड़ी.
किचन में टमाटर लगभग पूरी तरह गायब
उसके बाद फिर भीड़ को व्यवस्थित करके लोगों को दोबारा टमाटर बेचना शुरू किया गया. बता दें इन दिनों मार्केट में टमाटर 100 से लेकर 200 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, लेकिन इस समाजसेवी संगठन के लोगों ने आम लोगों को थोड़ी-बहुत राहत देने के लिए मार्केट रेट के हिसाब से 1000 किलो टमाटर खरीदकर लोगों को 50 रुपये किलो के हिसाब से बेचना तय किया. राजनांदगांव के लायंस क्लब के अध्यक्ष दिलीप खंडेलवाल ने बताया कि हमने देखा कि अधिकतर घरों के किचन में टमाटर लगभग पूरी तरह गायब हो गया है.
दिलीप खंडेलवाल ने बताया कि इसलिए लायंस क्लब के लोगों ने एक बैठक की और उसमें यह निर्णय लिया गया कि क्यों ना लोगों को हम 50 रुपये किलो में टमाटर बेचें. इसके लिए सभी लोगों ने हामी भर दी. इसके बाद हम लोगों ने बाजार से 1000 किलो टमाटर 100 रुपये किलो के हिसाब से खरीदा और लोगों को थोड़ी बहुत-राहत देने के लिए 50 रुपए किलो में टमाटर बेचना तय किया. उन्होंने बताया कि हम कि लोगों की हम 100 फिसदी कमी को तो दूर नही कर सकते है, लेकिन समाजसेवी संगठन होने के नाते थोड़ी-बहुत लोगों को राहत तो दे ही सकते हैं.