रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा अभी होनी है लेकिन, लगातार तीन कार्यकाल के बाद 2018 के विधानसभा चुनाव में भारी झटका खाने वाले भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने चुनाव अभियान का बिगुल फूंक दिया है.
रमन सिंह ने भ्रष्टाचार को अपना मुख्य चुनावी मुद्दा बनाते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर लाखों करोड़ रुपये के कई कथित घोटालों का आरोप लगाया है.
साक्षात्कार में, रमन सिंह ने कांग्रेस पर चुनावी लाभ के लिए राज्य में नक्सलवाद को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया…
आप सबसे लंबे वक्त तक सेवा में रहने वाले भाजपा मुख्यमंत्रियों में से एक रहे हैं, आपको क्या लगता है इस बार आप छत्तीसगढ़ में सत्ता में आएंगे?
भाजपा की सरकार बनने से पहले छत्तीसगढ़ पलायन और भुखमरी से जूझ रहा था. यह हमने सुनिश्चित किया कि राज्य में रहने वाले 58 लाख गरीब परिवारों को एक रुपये किलो के दाम पर चावल उपलब्ध हो. हमारा पीडीएस (पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम) देश में एक मिसाल है. लेकिन दुर्भाग्य से, आज भूपेश बघेल सरकार जो पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी हुई है, उसने इसी पीडीएस योजना से 600 करोड़ रुपये बनाए हैं. राज्य की बात छोड़िए, इन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लिए केंद्र से आ रहे फंड के तहत 5000 करोड़ रुपये का घोटाला किया है.
भाजपा शासनकाल में छत्तीसगढ़ कौशल उन्नयन के मामले में देश का 14% लक्ष्य पूरा करने वाला एकमात्र राज्य हुआ करता था. लेकिन आज यहां सीजीपीएससी (छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग) घोटाला सामने आ रहा है और सरकारी नौकरियां बेची जा रही हैं, यहां तक कि युवाओं के प्रदर्शन के बाद भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कोई फर्क नहीं पड़ा. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बड़े-बड़े वादे कर जनता को धोखा दिया. जनता ने उन्हें इस विश्वास के साथ वोट दिया कि विकास की गति तेज होगी, लेकिन छत्तीसगढ़ की वर्तमान दुर्दशा को देखने के बाद राज्य कांग्रेस के इस कुशासन को समाप्त कर देगा. प्रदेश की जनता पूर्ण बहुमत वाली भाजपा सरकार चुनने का मन बना चुकी है.
इस बार आपकी पार्टी का राज्य में मुख्य चुनावी मुद्दा क्या है?
भाजपा के पास राज्य में गिनाने के लिए 15 साल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र के 9 सालों की उपलब्धियां हैं, और हम जनता के बीच उन्हीं के साथ जाएंगे. कांग्रेस इसे लेकर घबराई हुई है, आखिर वह जनता की अदालत में अपनी क्या उपलब्धियां गिनाएंगे? कोयला घोटाला 540 करोड़ रुपये, 600 करोड़ का चावल घोटाला, 5000 करोड़ का प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, गौथन घोटाला जो 1300 करोड़ का है, गाय का गोबर घोटाला 229 करोड़, सीजीपीएससी घोटाला जिसमें लाखों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ, यह कांग्रेस की कुछ उपलब्धियां हैं. अब ईडी ने भी सबूत पेश किया है जो बताता है कि महादेव ऐप के सुरक्षित संचालन में मुख्यमंत्री कार्यालय के करीबी लोग शामिल हैं. इसमें कोई हैरानी नहीं कि इस बार कांग्रेस अपना घोषणापत्र दरवाजों के पीछे तैयार कर रही है.
राज्य में बस्तर जैसे इलाकों में नक्सलवाद अभी भी चुनावी मुद्दा है?
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद चुनावी मुद्दा नहीं, बल्कि एक बड़ी समस्या है. आज बघेल सरकार की बेअसर और अस्पष्ट नीतियों की वजह से और नक्सल-प्रभावी इलाकों में सुरक्षा को लेकर बरती जा रही लापरवाही के चलते हालात और बदतर हो गए हैं. ना जाने कितने लोगों ने अपनों को गंवाया है. लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए बस्तर में चुनावी फायदे से ज्यादा और कुछ भी अहम नहीं है. पिछले 6 महीनों में, 6 भाजपा नेताओं को लक्षित करके मारा गया है. भाजपा नेताओं को लगातार इसलिए मारा जा रहा है क्योंकि नक्सली जानते हैं कि अगर भाजपा सरकार आ गई तो वह फिर से कमजोर पड़ जाएंगे. कांग्रेस ने राज्य में नक्सलवाद को बढ़ावा दिया है.