अब तक कांग्रेस के नेताओं ने विभिन्न मंचों से कई घोषणाएं की हैं। इन ऐलानों को भी घोषणा पत्र में शामिल किया गया है।
कांग्रेस नेताओं ने इन घोषणाओं में किसानों की कर्ज माफी, जातिगत जनगणना कराने के वादे कर चुके हैं। कांग्रेस ने घोषणा पत्र जारी किए जाने की जानकारी एक्स पर साझा करते हुए कहा- जनता का भरोसा बरकरार, छत्तीसगढ़ में फिर से कांग्रेस की सरकार…
कांग्रेस ने कहा है कि पहले की तरह इस बार भी छत्तीसगढ़ में सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। कांग्रेस ने अपने पूर्व का रिकॉर्ड बताते हुए कहा है कि उसने साल 2018 में सरकार बनने के बाद किसानों का 9272 रुपये का कर्जा माफ किया था। इस बार भी सरकार बनने के बाद ऐसा ही किया जाएगा।
कांग्रेस ने कहा है कि सूबे में सरकार बनने पर जातिगत सर्वे कराया जाएगा ताकि सामाजिक न्याय सुनिश्चित हो सके। कांग्रेस ने कहा है कि जिसकी जितनी आबादी, उसका उतना हक को ध्यान में रखते हुए हम प्रदेश में जातिगत जनगणना कराएंगे ताकि सामाजिक न्याय सुनिश्चित हो सके।
कांग्रेस ने घोषणा पत्र में भूमिहीनों को सालाना 10 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। कांग्रेस ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा- छत्तीसगढ़ में राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर योजना के तहत भूमिहीनों को दी जाने वाली सालाना आर्थिक मदद सात हजार से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी गई है।
कांग्रेस ने सूबे के परिवहन कारोबारियों के कर्जों को माफ करने का वादा किया है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि उसकी सरकार राज्य के परिवहन व्यवसाय से जुड़े 66,000 से अधिक वाहन मालिकों के साल 2018 तक के 726 करोड़ रुपये के बकाया कर, शास्ति और ब्याज के कर्ज की माफी करेगी।
कांग्रेस ने कहा है कि यदि सूबे में उसकी सरकार दोबारा बनती है तो वह तेंदूपत्ता संग्राहकों को प्रति बोरा 4000 की जगह 6,000 रुपये देगी। साथ ही 4,000 रुपये का सालाना बोनस भी दिया जाएगा।
कांग्रेस ने कहा है कि सूबे में उसकी सरकार सभी सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में KG से लेकर PG तक नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करेगी। कांग्रेस ने कहा है कि अंत्येष्टि होने पर लकड़ी का प्रबंध सरकार करेगी।
