नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत-अमेरिका साझेदारी वास्तव में वैश्विक भलाई के लिए एक ताकत है।
मोदी ने यह बात ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता के समापन के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के उनसे संयुक्त रूप से मुलाकात किये जाने के बाद कही।
मोदी के साथ ब्लिंकन और ऑस्टिन की बैठक के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे।
मोदी ने कहा, ‘‘ब्लिंकन और ऑस्टिन से मुलाकात करके खुशी हुई। ‘टू प्लस टू’ प्रारूप भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने वाला में महत्वपूर्ण है।” उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र, बहुलवाद और कानून के शासन में हमारा साझा विश्वास विभिन्न क्षेत्रों में हमारे पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग को रेखांकित करता है। भारत-अमेरिका साझेदारी वास्तव में वैश्विक भलाई के लिए एक ताकत है।” ‘टू प्लस टू’ वार्ता में सिंह, जयशंकर, ऑस्टिन और ब्लिंकन ने भारत-अमेरिका वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए व्यापक विचार-विमर्श किया।
इस वार्ता में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में, जयशंकर ने जून में मोदी की अमेरिका यात्रा और जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए सितंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की भारत यात्रा का उल्लेख किया।
जयशंकर ने कहा, ‘‘इस वर्ष का मुख्य आकर्षण जून में प्रधानमंत्री (मोदी) की अमेरिका की राजकीय यात्रा थी, जिसने वास्तव में हमारे संबंधों में एक नया अध्याय खोला है। राष्ट्रपति बाइडन की सितंबर में दिल्ली यात्रा ने सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहे हमारे संबंधों में बहुत योगदान दिया।” ‘टू प्लस टू’ वार्ता के अंत में जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि भारत और अमेरिका ने एक लचीली, नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा देने और सभी के लिए शांति एवं समृद्धि सुनिश्चित करने के अपने संकल्प को दोहराया।