केंद्र सरकार ने 16वें वित्त आयोग (Finance Commission) का गठन कर दिया है. नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष और कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर अरविंद पनगढ़िया (Arvind Panagariya) को 16वें वित्त आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है. गौरतलब है कि यह आयोग एक अप्रैल, 2026 से अगले 5 साल के लिए सिफारिशें देगा. आयोग 31 अक्टूबर, 2025 तक राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा.
सरकार ने एक नोटिफिकेशन में कहा कि वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव ऋत्विक रंजनम पांडेय आयोग के सचिव होंगे. इसमें कहा गया, ‘‘राष्ट्रपति नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष और कोलंबिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ अरविंद पनगढ़िया को चेयरमैन बनाते हुए वित्त आयोग का गठन करके प्रसन्न हैं. आयोग के सदस्यों को अलग से नोटिफाई किया जाएगा.’’
2015 में नीति आयोग के पहले उपाध्यक्ष बने थे पनगढ़िया
बता दें कि वित्त आयोग एक संवैधानिक संस्था है जिसका गठन संविधान के अनुच्छेद 280 के तहत किया जाता है. इसका काम केंद्र और राज्यों की वित्तीय स्थितियों का मूल्यांकन करना, उनके बीच टैक्स के बंटवारे की सिफारिश करना और राज्यों के बीच टैक्स के वितरण की रूपरेखा तय करना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोंदी ने पनगढ़िया को 2015 में नीति आयोग का पहला उपाध्यक्ष बनाया था. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में योजना आयोग को खत्म करके उसकी जगह नीति आयोग बनाया गया था.