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छत्तीसगढ़ : राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा, अंबिकापुर के कलाकेंद्र मैदान में कांग्रेस संगठन की ओर से विशाल आमसभा का आयोजन किया गया

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भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा इन दिनों छत्तीसगढ़ से गुजर रही है. यह यात्रा मंगलवार (13 फरवरी) को सरगुजा जिले के अंबिकापुर पहुंच चुकी है.

सरगुजा जिला मुख्यालय अंबिकापुर के कलाकेंद्र मैदान में कांग्रेस संगठन की ओर से विशाल आमसभा का आयोजन किया गया है. यहां राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद हैं.

मल्लिकार्जुन खरगे ने आमसभा को संबोधित करते हुए कहा “मैं यहां पर भारत जोड़ो न्याय यात्रा में राहुल जी के साथ मिलकर ये देखने आया हूं कि किस ढंग से हर राज्य में यात्रा को रिस्पांसिबिलिटी मिल रहा है, लोग कितने दिल से इस यात्रा को चाहते हैं और अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए लोग तैयार है. छत्तीसगढ़ के लोग पहले भी कांग्रेस से जुड़े थे आज भी जुड़े है. राहुल की यात्रा न्याय के पांच लक्ष्यों पर केन्द्रित है युवा न्याय, कमलासन, न्यायालय, भागीदारी न्याय इसके लिए वो सारे देश में पैदल चल रहे है, लोगों से मिल रहे है. बस से जा रहे हैं, हर दिक्कत को झेलते हुए. फिर भी लोगों से मिलने के लिए बहुत आतुर है. किसी भी हालत में किसी भी कीमत पर महाराष्ट्र तक अपने संदेश को लेकर आखिरी तक चलना चाहते है.”

मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा “हम तो कांग्रेस की गारंटी बोलते हैं ये लोग मोदी की गारंटी बोलते है. अपने लिए जो काम करता है वो तानाशाह होता है हिटलर होता है. इन लोगों ने गारंटी दी थी कि दो करोड़ नौकरी देने की, तो ये सच है या झूठ है. पुरानी गारंटी पूरा किए नहीं, नई गारंटी बोल रहे है. 15-15 लाख रुपये देंगे तो दिया, ये झूठ है कि सच है. जो आदमी 2014-19 में झूठ बोला वो फिर झूठ बोल रहा है. मेरी कोई सुनता नहीं है. मैंने छत्तीसगढ़ में पहले भी कहा था कि मोदी के वादे बोगस हैं झूठे है. फिर लोग भरोसा किए, अब लोग तकलीफ़ में है. मोदी हर जगह तोड़फोड़ की राजनीति कर रहे हैं”

खरगे ने सरगुजा के उदयपुर इलाके में हसदेव अरण्य में खुले कोल खदानों को लेकर कहा कि “झूठे वादे की बस्तियां लेकर हम क्या करेंगे, हमें हमारी जमीन दे दो हम आसमान लेकर क्या करेंगे. चंद्रयान से हम क्या करेंगे, हमें हमारी जमीन, जंगल वापस करो हम यही चाहते हैं. सत्ता में भाजपा आने के बाद सबसे पहले हसदेव के 15 हज़ार हरे भरे पेड़ काटने का परमिशन दी थी. आप देखिए बीजेपी और हममें क्या फर्क था. 72 हज़ार करोड़ हमारी सरकार ने माफ़ कर दिया.