Home देश SBI Amrit Kalash FD Scheme: क्यों खास है एसबीआई की ‘अमृत कलश’...

SBI Amrit Kalash FD Scheme: क्यों खास है एसबीआई की ‘अमृत कलश’ योजना?

26
0

SBI Amrit Kalash FD Scheme: आज के दौर में पैसे कमाना जितना जरुरी है उससे कई ज्यादा जरुरी है पैसे बचाना। हर व्यक्ति सेविंग के लिए अलग-अलग तरीके अपनाता है। अलग-अलग स्कीम में लोग पैसे लगाते हैं ताकि बाद में कभी जरुरत के समय उनकी ये सेविंग उनके काम आ सके।

पैसे बचाने की ऐसी ही एक योजना है भारतीय स्टेट बैंक की स्पेशल एफडी योजना ‘अमृत कलश’। इस योजना में निवेश करने के लिए अब कम समय बचा है। ग्राहकों के पास इस योजना में पैसे लगाने के लिए एक महीने से भी कम दिन शेष हैं। 31 मार्च, 2024 एसबीआई की योजना में निवेश के लिए आखिरी तारीख है।

क्यों खास है एसबीआई की ‘अमृत कलश’ योजना?

एसबीआई की ‘अमृत कलश’ योजना की खास बात ये है कि इसमें 400 दिनों के एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) पर 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है। इस स्कीम में ग्राहकों को काफी मुनाफा है क्योंकि कम समय में उन्हें अपने निवेश किए पैसे पर ज्यादा ब्याज मिलेगा।

7.60 फीसदी का इंटरेस्ट मिल रहा है अमृत कलश योजना में

एसबीआई की इस स्कीम में बैंक के अनुसार अमृत कलश स्पेशल एफडी योजना में निवेश करने वाले ग्राहकों को 7.10% के दर से ब्याज मिलेगा। जबकि वरिष्ठ नागरिकों को ज्यादा लाभ दिया जाएगा।

बैंक की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार ‘अमृत कलश’ योजना में इन्वेस्ट करने वाले सभी वरिष्ठ नागरिकों को 7.60% की ब्याज दर दी जाएगी। इस योजना में निवेश करने की आखिरी तारीख 31 मार्च 2024 तक है।

इस समय सीमा के दौरान कोई भी व्यक्ति इस योजना में ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश कर सकता है। अमृत कलश निवेशकों को इसके बदले बैंक लोन की सुविधा भी देता है। अमृत कलश योजना के तहत लोन के लिए अप्लाई किया जा सकता है।

अमृत कलश फिक्स्ड डिपॉजिट योजना के बारे में

बैंक की वेबसाइट के अनुसार इस स्पेशल स्कीम में कोई भी व्यक्ति 400 दिनों के समय सीमा के लिए निवेश कर के गारंटी रिटर्न पा सकता है। एसबीआई बैंक के अनुसार अमृत कलश एफडी के निवेशकों को मासिक, तिमाही और छमाही ब्याज का पेमेंट ले सकते हैं।

योजना की मैच्योरिटी पर टीडीएस काटने के बाद ब्याज का पैसा ग्राहक के खाते में डाल दिया जाता है। एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार 400 दिनों से पहले अमृत कलश एफडी में जमा पैसा निकालने पर बैंक लागू दर से 0.50% से 1% कम ब्याज दर जुर्माने के रूप में काट सकता है।