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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना…’मोदी सरकार ने उड़ाईं सुप्रीम कोर्ट के नियमों की धज्जियां’ प्रियंका गांधी ने लगाए गंभीर आरोप…

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Elections 2024: ‘मोदी सरकार ने उड़ाईं सुप्रीम कोर्ट के नियमों की धज्जियां’, नए टेलिकॉम बिल के पास होने पर प्रियंका गांधी ने लगाए गंभीर आरोप

लोकसभा चुनाव 2024 जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियों का एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी तेज होता जा रहा है. इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक्स पर पोस्ट बीजेपी से कई सवाल पूछे.

उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा, “सैटेलाइट ब्रॉडबैंड स्पेक्ट्रम आवंटन में क्या हजारों करोड़ का घोटाला हुआ है?”

‘मोदी सरकार ने उड़ाईं सुप्रीम कोर्ट के नियमों की धज्जियां’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने पोस्ट के माध्यम से पूछा, “नया टेलीकॉम विधेयक तब क्यों पास हुआ, जब विपक्ष के 143 सांसद सस्पेंड थे. इसमें कोई रिश्ता है क्या? नये टेलीकॉम विधेयक के माध्यम से सैटेलाइट से इंटरनेट स्पेक्ट्रम के आवंटन में बोली लगाने (बिडिंग) के नियम को क्यों हटाया गया?”

उन्होंने पूछा, आवंटन में बोली लगाने के नियम को हटाने से दूसरी कंपनियां बिडिंग में हिस्सा ही नहीं ले पाईं- इससे राष्ट्रीय खजाने को कितना नुकसान हुआ? नए टेलीकॉम विधेयक के माध्यम से मोदी सरकार ने 2012 से लागू सुप्रीम कोर्ट के नियमों, दिशा-निर्देशों की धज्जियां उड़ा दीं. ऐसा क्यों किया गया?”

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर चंदा दो, धंधा लो के जिस बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, उसमें लाभार्थी कॉरपोरेट कंपनी से बीजेपी को मिले 150 करोड़ रुपये के चंदे का क्या योगदान है?”

इससे पहले प्रियंका गांधी खाली सरकारी पद को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था. उन्हेंने पूछा था, “देश के कुल बेरोजगारों में 83 प्रतिशत युवा क्यों हैं? सालाना 2 करोड़ नौकरियां कहां हैं? देश में 30 लाख सरकारी पद खाली क्यों हैं? हर परीक्षा का पेपर लीक क्यों होता है?’’

उन्होंने केंद्र सरकार से यह भी सवाल किया था, “किसानों की आय दोगुनी कब होगी? किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य कब मिलेगा? देश के पदों और संसाधानों में हमारे दलित, पिछड़े, आदिवासी, अल्पसंख्यक और गरीब सवर्णों की उचित भागीदारी क्यों नहीं है?’’