राष्ट्रीय स्वयं सहायता समूह के प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान… तेलंगाना के हैदराबाद में शैक्षणिक संस्थान के एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सहायता समूह के प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि RSS हमेशा आरक्षण का समर्थन करती है लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो झूठे वीडियो फैला रहे हैं। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, “एक वीडियो प्रसारित किया जा रहा है कि आरएसएस आरक्षण के खिलाफ है और हम इस बारे में बाहर बात नहीं कर सकते। अब यह बात पूरी तरह झूठ है। संघ प्रारंभ से ही संविधान सम्मत सभी आरक्षणों का समर्थन करता रहा है। जब तक जरूरत हो तबतक आरक्षण बढ़ाया जाना चाहिए। संघ ने कभी भी कुछ समूहों को दिए गए आरक्षण का विरोध नहीं किया है।” बता दें, आरक्षण को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच छिड़े वाकयुद्ध के बाद मोहन भागवत ने यह टिप्पणी की है। जबतक समाज में है भेदभाव तबतक हो आरक्षण: मोहन भागवत : आरएसएस प्रमुख भागवत ने पिछले साल नागपुर में कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि भेदभाव समाज में व्याप्त है, भले ही यह दिखायी नहीं देता हो। आरक्षण को लेकर पीएम मोदी ने विपक्ष को घेरा” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुष्टीकरण की राजनीति को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन का आधार बताते हुए बीते गुरुवार को दावा किया कि इस गठबंधन के नेता धर्म आधारित आरक्षण देने के मकसद से संविधान बदलने के लिये वोट मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के उलट भाजपा राज्यों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों का आरक्षण लूटने के उनके मंसूबे पर ‘ताला’ लगाने के लिए 400 सीटें मांग रही है। बता दें, पीएम मोदी ने आगरा और बरेली के आंवला में भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित रैलियों में ये बयान दिया। इंडी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ”इंडी गठबंधन के नेता इसलिए वोट मांग रहे हैं ताकि धर्म आधारित आरक्षण देने के लिए संविधान बदल सकें और मैं 400 सीटें इसलिए मांग रहा हूं ताकि प्रदेशों में धर्म के आधार पर आरक्षण देकर एससी-एसटी ओबीसी का आरक्षण लूटने का उन्होंने मंसूबा बना रखा है उसको हमेशा हमेशा के लिए ताला लगा सकूं। आपका हक कोई छीन ना ले इसलिए मुझे 400 सीटों की जरूरत है।”