बस्तर जिले के कांगेरघाटी राष्ट्रीय उद्यान के सटे ग्राम पेदावाड़ा एवं मांझीपाल में पर्यटकों के लिए ट्रेडिशनल (पारम्परिक) हीलिंग सेंटर बनाया जाएगा। इसके लिए वन विभाग जगदलपुर वृत्त के सीसीएफ एवं राष्टीय उद्यान के निदेशक प्रयास कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के सटे ग्राम पेदावाड़ा एवं मांझीपाल में पर्यटकों के लिए ट्रेडिशनल (पारम्परिक) हीलिंग सेंटर बनाया जाएगा। इसके लिए वन विभाग जगदलपुर वृत्त के सीसीएफ एवं राष्टीय उद्यान के निदेशक प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस सेंटर में पर्यटकों को 8-10 दिन का पैकेज रहेगा, उस दौरान पर्यटकों का मोबाईल कमरे में रखा जाएगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय वैद्यराज से पर्यटकों का बीपी, शुगर जांच की जाएगी और उनका उपचार किया जाएगा। ट्रेडिस्नल हीलिंग सेंटर में विभिन्न गतिविधियां होगी, जिनमें मानसिक तनाव दूर होने के साथ शरीर को तंदरूस्त रखने में भी मदद मिलेगी। इसमें मानव इंद्रियों की संवेदना को प्रकृति से जोड़कर मानसिक एवं शारीरिक समस्याओं का उपचार होगा है, ताकि मानसिक शांति की की अनुभूति हो सके।
पारंपरिक हीलिंग सेंटर में आयुर्वेद का इस्तेमाल किया जाएगा, ये सेंटर, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए परामर्श, चिकित्सा देंगे। बस्तर घूमने आने वाले पर्यटक पूरे आदिवासी कल्चर को जी सके और यहां की खूबसूरत वॉटर फाल्स और अन्य पर्यटन स्थलों की खूबसूरती निहारने के साथ ही आदिवासी कल्चर का भी लुत्फ उठा सकें। पूरी तरह से आदिवासी कल्चर में पर्यटकों को बस्तर के लोकल व्यजंन परोसे जाएंगे। साथ ही पर्यटकों को पारंपरिक आदिवासी नृत्य करने का भी मौका मिलेगा। इसके अलावा पर्यटक आदिवासी वेशभूषा पहनकर भी आदिवासियों के कल्चर को समझ सकेंगे। साथ ही दोना पत्तल में स्वादिष्ट व्यंजन का लुफ्त उठा पाएंगे।