हरियाणा कांग्रेस नेताओं की एक अहम बैठक बुधवार को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में होगी। 7 मार्च से शुरू हो रहे विधानसभा के बजट सत्र से पहले होने वाली यह बैठक राजनीतिक रूप से काफी अहम है।
हरियाणा कांग्रेस नेताओं की एक अहम बैठक बुधवार को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में होगी। 7 मार्च से शुरू हो रहे विधानसभा के बजट सत्र से पहले होने वाली यह बैठक राजनीतिक रूप से काफी अहम है। माना जा रहा है कि बैठक में सीएलपी लीडर यानी कांग्रेस विधायक दल के नेता पर फैसला हो सकता है। साथ ही बैठक में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी चर्चा संभव है।
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद यह पहला मौका होगा जब हरियाणा कांग्रेस नेताओं की बैठक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे की अध्यक्षता में होगी। बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे। बैठक में हरियाणा मामलों के नए प्रभारी बीके हरिप्रसाद और सह प्रभारी जितेंद्र बघेल व प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद रहेंगे। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा सांसद कुमारी शैलजा और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला भी शामिल होंगे।
इस बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह, कांग्रेस के ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव, रोहतक सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, हिसार सांसद जयप्रकाश ‘जेपी’, अंबाला सांसद वरुण चौधरी और सोनीपत सांसद सतपाल ब्रह्मचारी के अलावा तीनों कार्यकारी प्रदेश अध्यक्षों जितेंद्र कुमार भारद्वाज, रामकिशन गुर्जर और सुरेश गुप्ता को भी आमंत्रित किया गया है। बैठक में प्रदेश के सभी कांग्रेस विधायकों को भी आमंत्रित किया गया है। बैठक में प्रदेश कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता भी भाग लेंगे।
सीएलपी पर फैसला संभव
विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर 2024 को घोषित हुए थे। तब से अभी कांग्रेस विधायक दल के नेता का चुनाव नहीं हो सका है। सीएलपी नेता विधानसभा में विपक्ष का नेता बनेगा। इसी तरह पार्टी के मुख्य सचेतक समेत अन्य पदों पर भी फैसला होना है। 2019 से 2024 तक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधायक दल के नेता और विपक्ष के नेता थे। कांग्रेस में गुटबाजी और अंतर्कलह के चलते सीएलपी नेता पर फैसला लंबित है।
राहुल की मौजूदगी अहम
चूंकि इस बैठक में राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे, इसलिए इस बैठक के बड़े राजनीतिक मायने हैं। हाल ही में राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं की बैठक में गुटबाजी पर अपना सख्त रुख दिखाया है। लंबे संघर्ष और कांग्रेस में बड़े पैमाने पर बदलाव का संकेत दे चुके राहुल गांधी के रुख के चलते हरियाणा कांग्रेस के नेताओं की टेंशन भी बढ़ गई है। माना जा रहा है कि बुधवार को होने वाली बैठक में निर्णायक फैसले लिए जा सकते हैं।