छत्तीसगढ़ में हुए पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50% आरक्षण का लाभ मिला, जिससे कई महिलाएं पंच और अन्य पदों पर निर्वाचित हुईं। लेकिन जैसे ही वे चुनी गईं, उनके अधिकार छिनने की कोशिशें भी शुरू हो गईं। जानकारी के अनुसार, पंडरिया ब्लॉक की ग्राम पंचायत परसवारा में 7 महिलाओं को पंच बनने का अवसर मिला, लेकिन शपथ ग्रहण समारोह में महिला पंचों की जगह उनके पतियों ने शपथ ली।
छत्तीसगढ़ में हुए पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50% आरक्षण का लाभ मिला, जिससे कई महिलाएं पंच और अन्य पदों पर निर्वाचित हुईं। लेकिन जैसे ही वे चुनी गईं, उनके अधिकार छिनने की कोशिशें भी शुरू हो गईं। जानकारी के अनुसार, पंडरिया ब्लॉक की ग्राम पंचायत परसवारा में 7 महिलाओं को पंच बनने का अवसर मिला, लेकिन शपथ ग्रहण समारोह में महिला पंचों की जगह उनके पतियों ने शपथ ली।
महिला पंचों को पढ़ाई का दिया बहाना
बता दें, सोमवार को आयोजित पंचायत प्रथम सम्मेलन में ग्राम पंचायत सरपंच और पंचों को सचिव द्वारा शपथ दिलाई गई। लेकिन महिला पंचों को यह कहकर शपथ नहीं दिलाई गई कि उन्हें पढ़ना नहीं आता। इस वजह से सचिव ने उनके पतियों को ही शपथ दिला दी। इस घटना से यह साफ होता है कि महिलाओं को आरक्षण तो मिला, लेकिन अधिकार नहीं।