पाकिस्तानी सैन्य नेतृत्व के डबल गेम पर चीन भड़का हुआ है। इसकी वजह इलाके में मिलने वाले कोबाल्ट जैसे रणनीतिक खनिज हैं, जिनके लिए लड़ाई तेज हो रही है। रक्षा और उच्च तकनीकी उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण खनिज अब चीन और अमेरिका जैसी शक्तियों के बीच प्रतिद्वंद्विता का केंद्र बन रहा है। पाकिस्तान के खैबर पख्तूख्वा प्रांत में इन दुर्लभ खनिजों का भंडार है, लेकिन पाकिस्तानी सेना इसे ग्रेट गेम का जरिया बना रही है। चीन लंबे समय से इस इलाके में खनन कर रहा है, लेकिन अब पाकिस्तानी जनरल इसके जरिए अब बीजिंग को डबल क्रॉस करने की कोशिश कर रहे है, जिस पर चीन नाराज है।
पाकिस्तानी सैन्य नेतृत्व इन रणनीतिक खनिजों के गेम में अमेरिका को भी शामिल करना चाहता है। इस पर चीन तिलमिला गया है। पाकिस्तान के पूर्व सैन्य अधिकारी आदिल रजा ने सीनियर पत्रकार शाहीन सेहबाई के हवाले से बताया है कि चीन की नाराजगी का आलम है कि चीनी राष्ट्रपति और प्रीमियर समेत संभावित उच्च स्तरीय चीनी दौरे को रद्द कर दिया गया है। बीजिंग ने तो यहां तक कह दिया है कि अगर पाकिस्तानी सेना खनिज तक वॉशिंगटन के साथ नजदीकी बनाती है, तो पाकिस्तान पहले अपना अरबों डॉलर का कर्ज चुकाए।