जब हालात मुश्किल हों और सपने बड़े, तो मेहनत ही वो पुल होती है जो इंसान को मंज़िल तक पहुंचाती है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है फर्रुखाबाद जिले के कमालगंज क्षेत्र के खेरे नगला गांव के आयुष राजपूत ने, जिनकी सफलता आज हर युवा के लिए मिसाल बन गई है. इस गांव के युवा को पहली बार सरकारी नौकरी मिली है. एक वक्त था जब आयुष के घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी. खेतों में पिता का हाथ बंटाने वाले आयुष ने कभी हालात को खुद पर हावी नहीं होने दिया. दिन में खेत, और बाकी समय पढ़ाई—यही उनकी दिनचर्या थी. मुश्किलों के बीच भी उनका हौसला कमजोर नहीं पड़ा.