टाटा समूह भारत का एक नामी औद्योगिक घराना है, जिसका इतिहास 125 साल पुराना है. सवा सौ साल की इस यात्रा में टाटा ग्रुप ने ट्रक से लेकर स्टील तक बड़े-बड़े बिजनेस में अपनी पहचान बनाई. क्या आप जानते हैं स्टील और ट्रक जैसे सामानों के निर्माण के अलावा टाटा समूह ने नमक के बिजनेस में दस्तक क्यों दी. टाटा नमक का नाम हर देशवासी की जुबां पर है. लेकिन, इस नमक की कहानी बहुत कम लोग ही जानते हैं. खास बात है कि दिवंगत रतन टाटा को ही नमक बेचने का आइडिया आया था लेकिन इसे बिजनेस नहीं बल्कि भलाई के लिए शुरू किया गया था.
देश जानता है कि रतन टाटा की लीडरशिप में टाटा समूह ने दुनियाभर में पहचान बनाई. इसी कड़ी में उन्होंने चाय से लेकर हर देशवासी के घर में टाटा नमक पहुंचाया. खास बात है कि इस रिटेल बिजनेस में रतन टाटा ने जनता की भलाई को प्राथमिकता दी, यह सुनिश्चित करते हुए कि उनके उत्पादों में उनके स्वास्थ्य और स्वाद का ध्यान रखा जाए