भारतीय सेना लगातार दो बार पाकिस्तान के चेहरे पर जोरदार थप्पड़ जड़ चुकी है. पहला थप्प्पड़ 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और दूसरा थप्पड़ 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक के जरिए जड़ा गया था. पूरी दुनिया के सामने अपनी बेइज्जती कराने के बावजूद पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आया है. उसने एक बार फिर जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर गोलियां चलवाकर अपना असली चेहरा दिखा दिया है. वहीं, बिहार की धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गर्जना सुनने के बाद पाकिस्तान की पूरी तरह से हिल गया. उसे लगा कि भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान एक बार फिर उसके सीने में चढ़कर वार करेगी. इसी खौफ के चलते पाकिस्तान ने बिना सोचे समझे भारतीय एयरक्राफ्ट के लिए अपना एयर स्पेस बंद कर दिया. दुनिया से सामने अपना डर छिपाने के लिए पाकिस्तान ने इसे कुछ इस तरह प्ले किया, जैसे उसने भारत के खिलाफ कोई मास्टर स्ट्रोक चला हो.
पाकिस्तान को होती थी करोड़ों की कमाई
लेकिन, पूरी तरह से कंगाल हो चुके पाकिस्तान को यह नहीं पता था कि जिसे वह मास्टर स्ट्रोक समझ रहा है, वह दांव उसकी बर्बादी का कारण बन जाएगा. दरअसल, 24 अप्रैल से पहले तक पाकिस्तानी एयर स्पेस से रोजाना 100 से 150 इंडियन एयरक्राफ्ट गुजरते थे. इसके एवज में पाकिस्तान को हर एयरक्राफ्ट के मेक के आधार पर 600 से 800 यूएस डॉलर के बीच मिलते थे. इस तरह, इंडियन फ्लाइट्स की मदद से हर दिन पाकिस्तान को 87500 यूएस डॉलर की कमाई होती थी