भारत पर करीब 200 साल तक राज करने के बाद 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों ने भारत को आजाद देश घोषित किया, चलिए जानते हैं कि भारत को सबसे पहले किसने मान्यता दी थी.
भारत को जब आजादी मिली तो कई देशों ने भारत को एक स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता दी, हालांकि किस देश ने सबसे पहले भारत को मान्यता दी इसकी जानकारी आधिकारिक तौर पर उपलब्ध नहीं है. हालांकि, कुछ रिपोर्ट में कहा गया है कि आजादी के बाद भारत को सबसे पहले मान्यता देने वाला देश अमेरिका था. अमेरिका ने आजादी से पहले ही यहां अपना दूतावास भी खोल दिया था. इसके अलावा इंग्लैंड, यूएसएसआर और फ्रांस जैसे देशों ने भी भारत को मान्यता दी थी. वहीं, अगर पाकिस्तान की बात करें तो पाकिस्तान को आजादी के बाद सबसे पहले ईरान ने मान्यता दी थी. उस समय ईरान इम्पीरियल स्टेट ऑफ ईरान हुआ करता था. बाद में दुनिया के बाकी देशों ने भारत के साथ रिश्ते स्थापित किए और एक देश के तौर पर मान्यता देते गए.
भारत किन-किन देशों को नहीं देता मान्यता
दुनिया में ऐसे कई देश हैं जिनको भारत एक आजाद मुल्क के तौर पर मान्यता नहीं देता है. इनमें अब्काजिया का नाम सबसे पहले आता है, इसे कई देश जार्जिया का हिस्सा मानते हैं. इसमें कोसोवो का नाम भी शामिल है जो संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य देश है फिर भी भारत उसे मान्यता नहीं देता है. भारत ताइवान को मान्यता नहीं देता. इसके अलावा इस लिस्ट मसोमालीलैंड का नाम भी शामिल है.
भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली. ब्रिटिश राज से आजाद होकर भारत एक संप्रभु राष्ट्र बना, लेकिन किसी भी नए स्वतंत्र देश के लिए सिर्फ स्वतंत्र होना ही काफी नहीं होता, उसे अंतरराष्ट्रीय पहचान भी जरूरी होती है यानी दूसरे देशों से मान्यता मिलना. अब सवाल यह उठता है कि जब भारत आजाद हुआ तो सबसे पहले किस देश ने भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर मान्यता दी? हो सकता है आपने अमेरिका, रूस या ब्रिटेन का नाम सोचा हो, लेकिन सच्चाई कुछ और है. चलिए जानते हैं कि सच्चाई क्या है.