पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में 2019 में हुई हिंसा के मामले की जांच सीबीआई कर रही है. जांच एजेंसी ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बाहुबली नेता शाहजहां शेख समेत 25 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है. कोलकाता हाईकोर्ट के निर्देश पर यह मामला सीबीआई को सौंपी गई थी. कोर्ट ने राज्य पुलिस पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाया था. जांच ऐजेंसी के दर्ज एफआईआर में हत्या, अपहरण, दंगा फैलाने और सबूत मिटाने जैसी IPC की धाराएं शामिल की गई हैं.
मामला 9 जून 2019 का है, देवदास मंडल समेत भाजपा 3 कार्यकर्ताओं प्रदीप मंडल और सुकांत मंडल का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने शाहजहां शेख का नाम पहले आरोपियों की सूची से हटा दिया था, जिस पर अदालत ने सख्त नाराजगी जताई थी. हाईकोर्ट ने इसे न्याय के साथ खिलवाड़ बताते हुए सीबीआई को जांच सौंपने का आदेश दिया. अब सीबीआई ने शाहजहां शेख को मुख्य आरोपी मानते हुए मामले की तह तक जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
3 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या से जुड़ा मामला
प्रदीप मंडल, देवदास मंडल और सुकांत मंडल संदेशखली में अपने गांव पर कथित हमले के बाद मृत पाए गए थे. कथित तौर पर इस भीड़ का नेतृत्व शेख ने किया था. शुरुआत में पश्चिम बंगाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी, लेकिन बाद में पीड़ितों के परिवार ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया.
हाईकोर्ट का एसआईटी के गठन का आदेश
कोलकाता हाईकोर्ट के जस्टिस जॉय सेनगुप्ता ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को जांच सौंपी. उन्होंने मामले की “अत्यंत गंभीरता” से जांच करने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का आदेश दिया. अदालत ने कहा कि जांच की निगरानी एक संयुक्त निदेशक द्वारा की जानी चाहिए.
कानून की धज्जियां उड़ाई गईं
जस्टिस सेनगुप्ता ने जांच सीबीआई को सौंपते हुए कहा, ‘मौजूदा मामले में भी, जिसमें और भी गंभीर आरोप हैं. मुझे लगता है कि पुलिस अलग-अलग चरणों में मुख्य आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रही. राज्य पुलिस ने न्याय की धज्जियां उड़ाई हैं. इसलिए, जांच की बागडोर फिर से उन्हें सौंपना न्याय के हित में नहीं होगा.’
कहां है शेख
शेख शाहजहां वर्तमान में संदेशखली से संबंधित अन्य मामलों के सिलसिले में न्यायिक हिरासत में है. पुलिस ने शेख को 5 जनवरी, 2024 को उनके संदेशखली स्थित घर पर छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर कथित हमले के मामले में गिरफ्तार किया था.