“Putrada Ekadashi: आज एकादशी की रात इन 3 उपायों से विष्णु जी को करें खुश, पूरी हो सकती है मनचाही इच्छा”
_आज 5 अगस्त 2025 को श्रावण माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है, जिस दिन पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाता है। ये तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है, जिस दिन उनकी पूजा करने का विधान है। आमतौर पर ये व्रत निसंतान दंपति संतान सुख पाने के लिए रखते हैं। लेकिन अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य और अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी कई महिलाएं ये व्रत रखती हैं। हालांकि कई विष्णु भक्त श्री हरि को खुश करने के लिए भी ये उपवास रखते हैं। मान्यता है कि जिन लोगों के ऊपर विष्णु जी की विशेष कृपा रहती है, उन्हें जीवन का हर सुख मिलता है और सेहत भी अच्छी रहती है।
शास्त्रों में बताया गया है कि श्रावण पुत्रदा एकादशी के दिन प्रदोष काल व रात के समय विष्णु जी, धन की देवी मां लक्ष्मी और माता तुलसी की पूजा करना शुभ होता है। साथ ही कुछ विशेष उपाय भी किए जाते हैं। ये उपाय वो लोग भी कर सकते हैं, जिन्होंने आज व्रत नहीं रखा है। आइए अब विस्तार से जानते हैं पुत्रदा एकादशी की रात करने वाले तीन प्रभावशाली उपायों के बारे में।
ग्रह क्लेश दूर करने का उपाय जिन लोगों के घर में हर वक्त अशांति का माहौल रहता है, वो आज रात विष्णु जी की पूजा करें। साथ ही मंदिर में घी का एक दीपक जलाएं और 108 बार विष्णु मंत्र का जाप करें। पूजा करने के बाद पूरे घर में धूप का धुआं करें। इस दौरान ‘ॐ’ का उच्चारण करें। ऐसा करने से आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होगा और आए-दिन हो रहे लड़ाई-झगड़े कम होंगे।
पैसों की कमी दूर करने का उपाय जो लोग लंबे समय से धन संकट का सामना कर रहे हैं, वो आज एकादशी की रात विष्णु जी की तस्वीर के सामने घी का एक दीपक जलाएं और उन्हें गोमती चक्र अर्पित करें। इस दौरान “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र जाप के बाद आरती करें और अपनी गलतियों के लिए माफी मांगें। फिर विष्णु जी को अर्पित किए गोमती चक्र को शुद्ध लाल रंग के कपड़े में बांधकर घर की तिजोरी में रख दें।
ऐसा करने से आपके घर में धन का वास होगा और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। रोगों से मुक्ति पाने का उपाय यदि आप आए-दिन बीमार हो जाते हैं या घर का कोई सदस्य हर समय अस्वस्थ रहता है तो आज रात विष्णु जी की पूजा करें। घर के मंदिर, मुख्य द्वार, रसोई और हर कमरे में एक घी का दीपक जलाएं। साथ ही विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। इससे आपको और घरवालों को मानसिक शांति मिलेगी और सेहत भी अच्छी रहेगी।
यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।