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“अमेरिका से कुछ भी खरीदना बंद कर दे भारत तो क्या होगा, किसे होगा ज्यादा नुकसान?”

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“अमेरिका से कुछ भी खरीदना बंद कर दे भारत तो क्या होगा, किसे होगा ज्यादा नुकसान?”

भारत और अमेरिका दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं और एक-दूसरे के अहम कारोबारी साझेदार भी हैं. दोनों देशों के बीच हर साल अरबों डॉलर का व्यापार होता है. अगर किसी वजह से भारत और अमेरिका के बीच व्यापार पूरी तरह बंद हो जाए, तो यह एक बड़ा सवाल है कि आखिर किसे सबसे ज्यादा नुकसान होगा.

अगर भारत और अमेरिका के बीच व्यापार पूरी तरह बंद हो जाए तो दोनों देशों पर स्पष्ट रूप से असर पड़ेगा, लेकिन इस स्थिति में भारत को अपेक्षाकृत ज्यादा नुकसान होगा. चलिए इस बारे में विस्तार से जानें.

किसको होगा ज्यादा नुकसान भारत की अर्थव्यवस्था अमेरिका के मुकाबले काफी छोटी है और उसकी वैश्विक व्यापार पर निर्भरता ज्यादा है. अमेरिका, भारत का सबसे बड़ा निर्यात बाजार है, यहां फार्मास्यूटिकल्स, आईटी सेवाएं, कपड़ा, रत्न-आभूषण जैसे क्षेत्रों का बड़ा हिस्सा जाता है. अगर अचानक व्यापार ठप हो जाता है तो इन उद्योगों पर सीधी मार पड़ेगी, इस वजह से न सिर्फ इन कंपनियों की आय गिरेगी, बल्कि लाखों लोगों की नौकरियां भी खतरे में आ जाएंगी. विदेशी मुद्रा भंडार, नए निवेश और स्टार्टअप सेक्टर पर भी गंभीर नेगेटिव असर होगा.

क्या कहते हैं आंकडे सबसे पहले आंकड़ों पर नजर डालते हैं. साल 2023-24 में भारत और अमेरिका के बीच कुल द्विपक्षीय व्यापार लगभग 118 अरब डॉलर का रहा है. इसमें भारत ने अमेरिका को करीब 77 अरब डॉलर का निर्यात किया, जबकि अमेरिका से लगभग 41 अरब डॉलर का आयात किया. यानी भारत का अमेरिका के साथ लगभग 36 अरब डॉलर का ट्रेड सरप्लस है. अगर व्यापार बंद हो जाता है तो भारत को नुकसान होगा, क्योंकि अमेरिकी बाजार भारतीय आईटी कंपनियों, फार्मा और कपड़ा उद्योग के लिए सबसे बड़ा ग्राहक है. लाखों नौकरियां सीधे-सीधे प्रभावित होंगी. आईटी सेक्टर की कमाई का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा अमेरिका से ही आता है.

अमेरिका को महंगी पड़ेंगी जेनरिक दवाएं इसके उलट स्थिति में अगर अमेरिका की बात की जाए तो वहां के लिए भारतीय बाजार और आपूर्ति के ऑप्शन तेजी से उपलब्ध हो सकते हैं, खासकर इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े और कुछ दवाएं. हां, लेकिन अमेरिका को भी जेनरिक दवाएं और कुछ अन्य वस्तुएं महंगी मिल सकती हैं और कई कंपनियों को नया आपूर्तिकर्ता खोजना पड़ेगा. मगर अमेरिका की बड़ी और विविध अर्थव्यवस्था और उसके अनेक बिजनेस पार्टनर उसे इस नुकसान से जल्दी उबार सकते हैं.

अमेरिका का क्या रहेगा हाल कुल मिलाकर, भारत के लिए अमेरिकी बाजार का नुकसान उसकी अर्थव्यवस्था की रफ्तार और उद्योगों पर अधिक गंभीर असर डालेगा, वहीं अमेरिका पर असर अपेक्षाकृत सीमित रहेगा. इसी वजह से विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसी व्यापारिक बंदी की स्थिति में भारत को आर्थिक और सामाजिक दोनों लिहाज से झटका ज्यादा लगेगा.