फिर बढ़ी भूपेश बघेल के बेटे की रिमांड, चैतन्य से 6 सितंबर तक भेजा गया जेल”
रायपुर: प्रदेश में हुए 3,200 करोड़ के शराब घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल पर ईडी का सिकंजा कसता ही जा रहा है। एक बार फिर चैतन्य बघेल को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
5 दिन की ईडी रिमांड खत्म होने के बाद शनिवार को कोर्ट में पेशी हुई, जिसके बाद उन्हें 6 सितंबर तक के लिए रायपुर जेल भेजा गया। ईडी ने रिमांड अवधि के दौरान चैतन्य से शराब घोटाले और मनी लांड्रिंग से जुड़े कई नए तथ्यों पर पूछताछ की। ईडी की जांच के आधार पर 17 होटल, जमीन और शराब कारोबारियों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनके भी बयान दर्ज किए जाएंगे।
इस बीच सुभाष स्टेडियम में भूपेश बघेल का जन्मदिन समारोह चल रहा था। यहीं ईडी का कार्यालय भी स्थित है। कार्यक्रम के दौरान चैतन्य की पत्नी ख्याति वर्मा और बहन ईडी दफ्तर पहुंचीं और लगभग आधे घंटे की मुलाकात के बाद रवाना हो गईं। बता दें कि चैतन्य बघेल को भी उनके जन्मदिन वाले दिन ही भिलाई स्थित निवास के गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद से ईडी लगातार रिमांड पर लेकर चैतन्य से शराब घोटाला मामले में पूछताछ कर रही है।
घोटाले के 16.70 करोड़ मिलने का आरोप ईडी का आरोप है कि शराब घोटाले से चैतन्य बघेल को 16.70 करोड़ रुपये मिले, जिन्हें रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में इंवेस्ट किया गया। जांच में सामने आया है कि विट्ठल ग्रीन प्रोजेक्ट (बघेल डेवलपर्स) में ब्लैक मनी लगाई गई। वास्तविक खर्च 13 से 15 करोड़ रुपये था, लेकिन रिकार्ड में केवल 7.14 करोड़ रुपये दिखाए गए।
रायपुर के Tomar Brothers का आलीशान बंगला कुर्क, यहां जानिए दोनों भाइयों के अपराधों का काला चिट्टा ईडी ने दावा किया कि इस प्रोजेक्ट में ठेकेदार को 4.2 करोड़ रुपये नकदी में भुगतान किया गया, जो दस्तावेजों में दर्ज नहीं है। साथ ही जांच में सिंडिकेट के जरिए लगभग 1000 करोड़ रुपये की हेराफेरी के सबूत भी मिले हैं।