“कालकाजी मंदिर में नहीं दी चुनरी तो सेवादार को धर्मशाला से घसीट कर ले गए आरोपी, बेरहमी से कर दी हत्या, चार अरेस्ट”
नई दिल्ली: कालकाजी मंदिर में शुक्रवार रात प्रसाद के रूप में चुनरी न दिए जाने से नाराज कुछ युवकों ने एक सेवादार की बेरहमी से पीट पीटकर हत्या कर दी। आरोपी लाठी-डंडों से सेवादार को तब तक मारते रहे, जब तक कि वो बेहोश होकर जमीन पर नहीं गिर पड़े।
इतना ही नहीं पीड़ित के बेहोश होने के बाद भी आरोपी लगातार हमला करते रहे। गंभीर रूप से घायल सेवादार को एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान योगेंद्र सिंह (35) के रूप में हुई है। इधर एक आरोपी को लोगों ने मौके पर ही दबोच लिया।
छापेमारी के बाद आरोपी गिरफ्तार पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरु की और पहले से गिरफ्तार आरोपी के अलावा तीन और आरोपियों को पकड़ लिया है। इनकी पहचान मोहन उर्फ भूरा (19), कुलदीप (20) और नीतिन के रूप में हुई है। इसके अलावा नीतिन के पिता को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने बेटे को छिपाने और पुलिस की पकड़ से बचाने में मदद की। वहीं, इससे पहले पकड़े गए आरोपी की पहचान दक्षिणपुरी के अतुल पांडेय के रूप में हुई है। अतुल पांडेय से पूछताछ और छापेमारी के बाद अन्य तीन आरोपियों को पकड़ा गया है।
क्या था मामला डीसीपी डॉ. हेमंत तिवारी ने बताया कि पुलिस को 29 अगस्त की रात करीब साढ़े नौ बजे कालकाजी मंदिर में झगड़े की कॉल मिली। लोकल लोगों से पूछताछ में पता चला कि कुछ युवक मंदिर में दर्शन करने के लिए आए थे। दर्शन करने के बाद युवकों ने मंदिर के सेवादार योगेंद्र सिंह से प्रसाद में चुनरी की मांग की। इस बात पर दोनों में कुछ विवाद हो गया। इससे गुस्साए युवकों ने योगेंद्र सिंह की लाठी-डंडों से पिटाई शुरू कर दी।