“मुस्लिमों के लिए बनेगी सोसाइटी, हिंदुओं को नहीं मिलेगी एंट्री! ‘हलाल लाइफस्टाइल’ को लेकर बीजेपी विधायक ने सीएम को लिखी चिट्ठी”
भारत दुनिया का ऐसा देश है, जहां सभी धर्मों के लोग रहते हैं. इस देश में धर्म के नाम पर किसी भी राज्य, शहर, गांव या सोसाइटी को नहीं बांटा गया है, लेकिन अब देश में एक ऐसी सोसाइटी बनाई जा रही है, जो सिर्फ मुस्लिमों के लिए होगी.
यानी किसी भी दूसरे धर्म के लोगों को यहां घर नहीं मिलेगा. बता दें कि इसे हलाल लाइफस्टाइल वाली टाउनशिप बताया जा रहा है, जो मुंबई के आस-पास के इलाकों में बनाई जा रही है. इस मुस्लिम हाउसिंग सोसाइटीज को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. इस मामले में बीजेपी के विधायक अतुल भातखलकर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक चिट्ठी लिखी है और तुरंत कार्रवाई की मांग की है. इस सोसाइटियों को लेकर स्थानीय लोगों में भी काफी गुस्सा है. लगातार अब एक ही मांग की जा रही है कि इस तरह के विज्ञापनों पर तत्काल रोक लगे और इससे जुड़ी संस्थाओं पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
भाजपा विधायक ने लिखी चिट्ठी विधायक अतुल भातखलकर ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि सोशल मीडिया और दूसरे प्लेटफॉर्म पर कुछ संगठन खुलेआम हाउसिंग सोसाइटीज के विज्ञापन चला रहे हैं जो सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लिए हैं. उन्होंने खास तौर पर मुंबई के पास मीरा रोड ईस्ट में ‘हिल गैलेक्सी, विनय नगर रोड’ नाम की जगह का जिक्र किया है. इस विज्ञापन में साफ-साफ लिखा है कि यह हाउसिंग कॉम्प्लेक्स केवल मुस्लिम समुदाय के लिए है और इसमें एक मस्जिद भी बनाई जाएगी.
विधायक ने क्यों जताया विरोध? अतुल भातखलकर का कहना है कि इस तरह के विज्ञापन भारत के संविधान के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन हैं. उनका मानना है कि ये विज्ञापन समाज में आपसी दुश्मनी, गुटबाजी और अशांति को बढ़ावा देते हैं. उन्होंने इसे एक तरह का ‘जमीन जिहाद’ भी कहा. विधायक ने कहा कि जब कोई विज्ञापन सिर्फ एक खास समुदाय के लिए होता है और उसमें धार्मिक स्थल बनाने की बात की जाती है, तो यह हमारे समाज के आपसी भाईचारे के लिए बहुत नुकसानदायक है.
मुख्यमंत्री से की ये मांगें अपनी चिट्ठी में विधायक ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से तीन खास मांगें की हैं. ये मांगे इस तहर के विज्ञापनों पर कड़ी कार्रवाई को लेकर हैं और इस पर किस तरह से रोक लगाई जाए, उसको दर्शाती है. बता दें कि इस चिट्ठी के सामने आने के बाद यह मामला और भी गरमा गया है. अब देखना यह होगा कि राज्य सरकार इस पर क्या कदम उठाती है. विज्ञापन पर रोक भाजपा विधायक ने कहा कि सबसे पहले तो ऐसे सभी विज्ञापनों पर तुरंत रोक लगाई जाए.
सख्त कार्रवाई उन्होंने अपनी चिट्ठी में यह भी कहा कि जो संस्थाएं या लोग ऐसे विज्ञापन चला रही हैं, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए नए नियम बनें चिट्ठी में इस बात का भी जिक्र किया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ठोस नियम और गाइडलाइन बनाए, ताकि कोई भी समाज में फूट डालने वाला विज्ञापन न दे सके और राज्य की शांति और कानून-व्यवस्था बनी रहे.