प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार 9 सितंबर को पंजाब का दौरा करने वाले हैं. पंजाब इस समय भीषण बाढ़ की चपेट में है, जिसने जनजीवन और किसानों की मेहनत को तबाह कर दिया है. प्रधानमंत्री यहां स्थिति का जायज़ा लेंगे और राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे.
बीजेपी की पंजाब इकाई ने एक्स पर जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री गुरदासपुर पहुंचेंगे, जहां वे बाढ़ पीड़ितों से मिलेंगे, किसानों का दुख साझा करेंगे और हरसंभव मदद का आश्वासन देंगे. पार्टी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री का यह दौरा साबित करता है कि केंद्र की बीजेपी सरकार पंजाब की जनता के साथ खड़ी है और इस कठिन समय में हर संभव सहयोग करेगी.’
केंद्र सरकार पंजाब के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा भी कर सकती है. बीते कुछ हफ्तों में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड में लगातार बारिश और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है.
पंजाब में आई इस बाढ़ को अधिकारियों ने पिछले कई दशकों में आई सबसे भयावह आपदा बताया है. 14 ज़िलों में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3.87 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. इस बाढ़ में लगभग 2,000 गांव पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं.
सतलुज, ब्यास, रावी समेत कई नदियों में आई बाढ़ और लगातार हो रही बारिश ने 1988 की बाढ़ को भी पीछे छोड़ दिया है. 18 ज़िलों में 1.75 लाख हेक्टेयर से अधिक फसलें डूब गई हैं. गुरदासपुर, फाज़िल्का और फिरोज़पुर सबसे ज़्यादा प्रभावित जिलों में शामिल हैं. किसानों की हरी-भरी धान और अन्य फसलें, जो कटाई के करीब थीं, पूरी तरह तबाह हो गई हैं.
राज्य सरकार ने पंजाब को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया है. राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं. एनडीआरएफ, सेना और बीएसएफ की संयुक्त टीमों ने अब तक 22,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला है. बेघर हुए लोगों के लिए 200 से अधिक राहत शिविर लगाए गए हैं, जिनमें हज़ारों लोग शरण लिए हुए हैं.