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“नाना पाटेकर ने OP सिंदूर के पाद Pak की गोलीबारी से प्रभावित परिवारों को दिए ₹42 लाख, कहा- एक छोटा सा योगदान है”

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एक्टर नाना पाटेकर एक शानदार कलाकार के साथ-साथ समाज सेवा में भी अपना अमूल्य योगदान देते रहते हैं। उन्होंने अपने NGO के जरिए भारतीय सेना के साथ मिलकर राजौरी और पुंछ जिलों के उन 117 परिवारों को, जो ऑपरेशन सिंदूर के बाद बॉर्डर के पार हुई गोलीबारी से प्रभावित हुए, उन्हें राहत साम्रगी के साथ-साथ 42 लाख रुपये भी डोनेट किए।

नाना पाटेकर ने इन प्रभावित परिवारों की मदद करने को अपनी जिम्मेदारी बताया। वह पाकिस्तानी गोलाबारी के पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करने के दौरान सोमवार को भावुक हो गए। अपने गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) निर्मला गजानन फाउंडेशन की ओर से पाटेकर ने मई में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई का खामियाजा भुगतने वाले पुंछ और राजौरी जिलों के सीमावर्ती इलाकों के लोगों से मुलाकात की।

नाना पाटेकर ने 42 लाख रुपये परिवारों को दिए नाना पाटेकर ने फिल्म ‘प्रहार’ में सेना के मेजर की भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि वह खुद उस 11 साल की लड़की की पढ़ाई का खर्च उठा रहे हैं जिसने पुंछ में हुई गोलाबारी में अपने पिता अमरीक सिंह को खो दिया था। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान 7 से 10 मई के बीच अपने परिवार के किसी सदस्य को खो चुके या फिर अपने घर पर किसी तरह का नुकसान झेल चुके 117 परिवारों को एक्टर ने 42 लाख रुपये की सहायता राशि दी।

पहलगाम में हुआ था आतंकी हमला पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा हमला कर 26 लोगों की हत्या कर दी गई थी और मारे गए अधिकतर लोग पर्यटक थे। इसके बाद भारतीय सेना ने पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इस दौरान LOC पर पाकिस्तानी सेना द्वारा की गई जवाबी गोलाबारी, मिसाइल हमलों और ड्रोन हमलों में कम से कम 28 लोग मारे गए।

नाना पाटेकर ने पीड़ित परिवारों की मदद की नाना पाटेकर ने कहा, ‘यह उन परिवारों के लिए एक छोटा सा योगदान है जो हमारे अपने हैं और केवल इसलिए कष्ट झेल रहे हैं क्योंकि वो सीमाओं पर रह रहे हैं। हम उन्हें संदेश देना चाहते हैं कि वे अकेले नहीं हैं।’ इस मौके पर 25वीं इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल कौशिक मुखर्जी और राजौरी के उपायुक्त अभिषेक शर्मा भी मौजूद थे। जम्मू-पुंछ नेशनल हाईवे की खराब स्थिति के बारे में एक्टर ने कहा, ‘मैं सीमावर्ती निवासियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए इसके तत्काल रखरखाव के लिए दिल्ली में संबंधित विभागों के समक्ष यह मुद्दा उठाऊंगा।’