छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर एक पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने जांच एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बघेल ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ईडी गुंदागर्दी पर उतर आई है। व्यापारियों पर जबरन उनका नाम लेने का दबाव बनाया जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि उनका नाम लेने के लिए ईडी व्यापारियों पर दबाव बना रही है। सरकार के संरक्षण में अब पूरी तरह से गुंडागर्दी पर उतर आई है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया एक्स पर एक वीडियो के साथ पोस्ट साझा करते हुए उक्त आरोप लगाए हैं।
उन्होंने लिखा है कि व्यापारियों के यहां छापा मारने के बाद पूछताछ के नाम पर बुलाकर शारीरिक प्रताड़ना दी जा रही है। उनका, रामगोपाल अग्रवाल व अन्य लोगों के नाम लेने के लिए दवाब बनाया जा रहा है। पीड़ित शिकायत दर्ज कराने पुलिस के पास पहुंच रहे हैं तो न अपराध दर्ज हो रहा है और न ही मेडिकल जांच कराई जा रही है।
हेमंत चंद्राकर नाम के एक व्यापारी को सोमवार को ईडी के एक अधिकारी ने पूछताछ के बहाने बुलाकर बेरहमी से पीटा, गालियां दी व अभद्र व्यवहार किया। सिटी कोतवाली, रायपुर और छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारी समझ लें कि कानून के अनुसार काम न करने वालों के नाम याद रखेंगे। कमलछाप बिल्ला लगाकर, ईडी के डर से काम करोगे तो प्रदेश की जनता सब दर्ज कर रही है।
राजधानी के कंचन गंगा कालोनी, राेहिनीपुरम निवासी हेमंत चंद्राकर ने सिटी कोतवाली में लिखित शिकायत देकर ईडी के उप निदेशक नीरज सिंह पर पूछताछ के दौरान मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
चंद्राकर में शिकायत पत्र में लिखा है कि उन्हें सोमवार को सुबह साढे़ दस बजे ईडी कार्यालय पूछताछ के लिए बुलाया गया था। रात साढ़े आठ बजे तक पूछताछ की गई और मंगलवार को फिर से उपस्थित हाेने के निर्देश दिए गए।
अधिकारी नीरज सिंह ने पूछताछ के दौरान अनुचित व्यवहार किया। यह स्वीकार करने के लिए दबाव डाला गया कि भूपेश बघेल के नजदीकी विजय भाटिया, रामगोपाल अग्रवाल, आशीष वर्मा, मंदीप चावल और उनके एजेंट आदित्य अग्रवाल, शाश्वत जैन, किशोर चंद्राकर, सतपाल सिंह छाबड़ा को कमीशन देकर कार्य किया गया है।
हेमंत चंद्राकर का रोते हुए इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो भी प्रसारित हुआ है। इसमें चंद्राकर कह रहे हैं कि किसी से कोई पैसा नहीं लिया है। बिजनेस किया है। अधिकारी कह रहे हैं कि परिवार को जेल में डाल देंगे। हमें मार दो साहब, नहीं जीना है।