कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को मंगलवार देर रात बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. खरगे को सांस लेने में हल्की दिक्कत महसूस होने के बाद डॉक्टरों की सलाह पर अस्पताल ले जाया गया.
सूत्रों के मुताबिक, खरगे की हालत स्थिर है और डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है. अस्पताल प्रशासन की ओर से जल्द ही उनकी सेहत को लेकर विस्तृत मेडिकल बुलेटिन जारी किया जा सकता है.
खरगे के दफ्तर ने जारी किया बयान
82 वर्षीय खरगे हाल के दिनों में लगातार राजनीतिक कार्यक्रमों और बैठकों में व्यस्त रहे थे. कांग्रेस नेताओं और समर्थकों ने खड़गे के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है.
खरगे के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘चिंता की कोई बात नहीं है. वे बेंगलुरु स्थित अपने आवास पर थोड़ी सांस फूलने की शिकायत के बाद अस्पताल गए थे. डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच में कहा है कि कुछ भी गंभीर नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर उन्हें चेक-अप के लिए अस्पताल में रखा गया है. डॉक्टरों की जांच पूरी होने के बाद हम स्थिति पर ट्वीट करेंगे.’
खरगे भारत के सबसे अनुभवी नेताओं में से एक हैं और कांग्रेस पार्टी के एक प्रमुख स्तंभ रहे हैं. उन्होंने अक्टूबर 2022 में सोनिया गांधी के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया. तब से, उन्होंने कई महत्वपूर्ण चुनावों में पार्टी का मार्गदर्शन किया है और इसकी राष्ट्रीय रणनीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
1942 में जन्मे खरगे का राजनीतिक सफर दशकों लंबा है. इस दौरान उन्होंने सांसद, केंद्रीय मंत्री और विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया है. उनके करियर की पहचान एक ज़मीनी नेता के रूप में उनकी प्रतिष्ठा है, जिसमें मज़बूत संगठनात्मक कौशल भी शामिल है. पार्टी अध्यक्ष के रूप में, उन्होंने कांग्रेस को उसके सबसे चुनौतीपूर्ण राजनीतिक दौर से उबारने का भार उठाया है.