एशियन क्रिकेट काउंसिल यानी एसीसी के चीफ मोहसिन नकवी और बीसीसीआई के अधिकारियों के बीच मंगलवार 30 सितंबर जमकर तनातनी एशिया कप की ट्रॉफी को लेकर हुई। भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन और पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी से ट्रॉफी नहीं लेने का फैसला किया था, जो एसीसी के इस समय चेयरमैन हैं।
इस पर अब रिपोर्ट सामने आई है कि मोहसिन नकवी इस से नाराज हैं कि उन्हें मंच पर एक कार्टून की तरह खड़ा रहना पड़ा और भारतीय टीम ट्रॉफी लेने नहीं आई।
मोहसिन नकवी ट्रॉफी और विनिंग मेडल्स के साथ मंच पर थे, लेकिन भारतीय खिलाड़ी और कप्तान ट्रॉफी लेने नहीं पहुंचे। ऐसे में नकवी मंच से उतरे और स्टेडियम से बाहर चले गए। ट्रॉफी और मेडल भी उन्हीं के साथ उनके होटल में ले जाए गए। अब पीटीआई की रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि मोहसिन नकवी मेडल और ट्रॉफी भारतीय खिलाड़ियों को देने के लिए तैयार थे, लेकिन भारतीय खिलाड़ी नहीं आए। मंच पर वे काफी देर खड़े रहे और उन्हें ऐसा लगा कि मंच पर कार्टून की तरह वे खड़े हैं। सूत्र ने नकवी के हवाले से बताया कि वे खुद को “कार्टून जैसा” महसूस कर रहे थे और मंच पर विजयी भारतीय टीम का इंतजार करते हुए शर्मिंदा थे।
बीसीसीआई की ओर से एसीसी की मीटिंग में आशीष शेलार और राजीव शुक्ला ने हिस्सा लिया। दोनों ने मोहसिन नकवी पर दबाव बनाया। शुक्ला और शेलार ने तर्क दिया कि एसीसी को ट्रॉफी अपने कार्यालय में रखनी चाहिए और बीसीसीआई उसे वहां ले जाएगा। उन्होंने कहा, “हम ट्रॉफी वैध विजेता के रूप में चाहते हैं।’ नकवी ने इस पर ना कहने के बजाय, जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। एसीसी की मीटिंग में ऑनलाइन तरीके से शामिल हुए बीसीसीआई के नुमाइंदों ने यह स्पष्ट कर दिया गया कि बीसीसीआई आईसीसी से शिकायत करेगा और शेलार कुछ देर के लिए बैठक से चले गए।