उत्तर बंगाल और सिक्किम में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. दार्जिलिंग और कालिम्पोंग जिलों में भूस्खलन और बाढ़ से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है. प्रशासन ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है.
इस मूसलाधार बारिश सबसे ज्यादा नुकसान दार्जिलिंग, कालिम्पोंग और सिक्किम में हुआ है. मिरिक और सुकिया इलाके में कई जगह भूस्खलन हुआ है. दार्जिलिंग जिले के जसबीर बस्ती क्षेत्र में एक बड़े भूस्खलन में 2 लोगों की मौत हुई.
दूधिया में पुल ढहा, यातायात ठप
भारी बारिश के कारण बालासन नदी पर दूधिया स्थित लोहे का पुल बह गया, जिससे सिलीगुड़ी और मिरिक का संपर्क टूट गया. पुल के ध्वस्त होने से वाहन आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है. नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय लोग दहशत में हैं. गारिधुरा पुलिस चौकी की टीम मौके पर हालात पर नजर बनाए हुए है.
नेशनल हाईवे 717E पर पेडोंग और रिशिखोला के बीच भूस्खलन से सिलीगुड़ी और सिक्किम को जोड़ने वाला वैकल्पिक मार्ग बंद हो गया है. इसके अलावा हुसैन खोला और एनएच-110 (कर्सियांग के पास) में भी भूस्खलन की खबर है. लगातार बारिश के कारण सड़क से मलबा हटाने का काम बेहद मुश्किल हो रहा है.
कालिम्पोंग में हालात गंभीर
कालिम्पोंग जिले में लगातार बारिश के चलते कई सड़कें बंद हो गई हैं और संचार सेवाएं बाधित हैं. लगातार भूस्खलन की वजह से प्रशासन अलर्ट पर है. वहीं जलपाईगुड़ी के कई निचले इलाकों में पानी भर गया है. घर डूब गए हैं और लोग घुटने-भर पानी में फंसे हुए हैं.
आईएमडी का अलर्ट
भारत मौसम विभाग (IMD) ने दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कालिम्पोंग और कूचबिहार में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. अलीपुरद्वार में रेड अलर्ट और उत्तर-दक्षिण दिनाजपुर व मालदा में येलो वार्निंग दी गई है. लोगों को पेड़ और बिजली के खंभों के नीचे शरण न लेने और जलाशयों से दूर रहने की सलाह दी गई है.
दार्जिलिंग से बीजेपी सांसद राजू बिस्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘दार्जिलिंग और कालिम्पोंग में भारी बारिश से हुई तबाही से बेहद दुखी हूं. जनहानि, संपत्ति का नुकसान और बुनियादी ढांचे को भारी क्षति हुई है. मैं स्थिति की निगरानी कर रहा हूं और संबंधित अधिकारियों से संपर्क में हूं. बीजेपी कार्यकर्ताओं को राहत और बचाव कार्य में जुटने के निर्देश दिए गए हैं. हम हरसंभव मदद करेंगे.’