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“सुरक्षा बलों का ‘SADO’ अभियान: कश्मीर के जंगलों में दो पुराने आतंकवादी ठिकाने ध्वस्त, आतंक की जड़ें उखाड़ीं”

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दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों ने ‘SADO’ अभियान चलाकर जंगलों में छिपे दो पुराने आतंकवादी ठिकानों को ढूंढकर बर्बाद कर दिया. एक महत्वपूर्ण आतंकवाद-रोधी अभियान में सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम ज़िले के दमहाल हंजीपोरा के जंगली इलाकों में लंबे समय से बंद पड़े दो आतंकवादी ठिकानों का पता लगाया और उन्हें ध्वस्त कर दिया.

अधिकारियों ने पुष्टि की कि सोमवार को एक सावधानीपूर्वक नियोजित संयुक्त तलाशी के दौरान यह सफलता मिली. इस अभियान का नेतृत्व भारतीय सेना की 9 राष्ट्रीय राइफल्स (RR) ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर किया. इलाके में संभावित आतंकवादी ढांचे के बारे में सटीक खुफिया जानकारी मिलने पर सैनिकों ने अहमदबाद और नेंगरीपोरा के जंगलों के बीच के ऊबड़-खाबड़ इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया.

किस लिए आतंकी इस ठिकाने का करते थे प्रयोग?

सुरक्षा बलों के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया, “दो पुराने ठिकानों का सफलतापूर्वक पता लगाकर उन्हें ध्वस्त कर दिया गया.” “इन ढांचों का इस्तेमाल संभवतः आतंकवादियों की तरफ से अतीत में आश्रय और भंडारण के लिए किया जाता था, लेकिन भविष्य में किसी भी तरह के दुरुपयोग को रोकने के लिए इन्हें निष्क्रिय कर दिया गया है.”

आंतकी ठिकानों में क्या मिला?

इस अभियान के दौरान, कर्मियों ने छिपे हुए बंकरों से गैस सहित कई वस्तुएं बरामद कीं. सिलेंडर, कपड़े और अन्य विविध सामग्री बरामद की गई. कोई विस्फोटक या हथियार नहीं मिला, जिससे संकेत मिलता है कि ये ठिकाने कुछ समय से निष्क्रिय थे. अधिकारी ने आगे कहा, “ये बरामदगी क्षेत्र में पिछली आतंकवादी गतिविधियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है.” कुलगाम के जंगली इलाके ऐतिहासिक रूप से घाटी में सक्रिय आतंकवादी समूहों के लिए ठिकाने रहे हैं, हालांकि इस तरह की मुठभेड़ों और छापेमारी ने हाल के वर्षों में उनके नेटवर्क को काफी हद तक बाधित किया है. अधिकारियों का मानना ​​है कि ये ठिकाने उग्रवाद के पुराने दौर के हैं, और संभवतः तीव्र आतंकवाद-रोधी अभियानों के बीच इन्हें छोड़ दिया गया होगा.

जांच है जारी

सक्रिय आतंकवादी मॉड्यूल से किसी भी संबंध का पता लगाने या फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र करने के लिए आगे की जांच जारी है. यह छापेमारी दक्षिण कश्मीर में कड़ी सतर्कता के बीच हुई है, जहां सुरक्षा बल स्थिरता बनाए रखने के लिए नियमित गश्त और खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान चला रहे हैं.