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“लाल किला ब्लास्ट की जांच के लिए NIA की टीम गठित, आज मिलेगी केस डायरी, जानिए कौन करेगा नेतृत्व?”

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दिल्ली के लाल किला के पास हुए धमाके की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) करेगी. गृह मंत्रालय ने मंगलवार (11 नवंबर, 2025) को यह केस एनआईए को सौंप दिया था. अब एजेंसी ने इस मामले की गहराई से पड़ताल शुरू कर दी है और इसके लिए एक स्पेशल जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है.

ADG विजय सखारे के नेतृत्व में बनेगी टीम

सूत्रों के मुताबिक, इस जांच का नेतृत्व NIA के ADG विजय सखारे करेंगे. उनके नेतृत्व में बनी टीम में कुल 10 वरिष्ठ अधिकारी शामिल किए गए हैं. इसमें 1 IG, 2 DIG, 3 SP और बाकी DSP स्तर के अधिकारी शामिल हैं. टीम का उद्देश्य धमाके के पीछे की साजिश, नेटवर्क और मॉड्यूल का पता लगाना है.

एनआईए और आईबी के बीच अहम बैठक

आज (12 नवंबर, 2025) NIA के डीजी और खुफिया विभाग (IB) के चीफ के बीच अहम बैठक चल रही है. इसमें धमाके से जुड़ी शुरुआती जानकारी, संभावित मॉड्यूल और सुरक्षा एजेंसियों के समन्वय पर चर्चा की जा रही है.

जम्मू-कश्मीर, दिल्ली और हरियाणा पुलिस से मिलेगी केस डायरी

NIA की टीम आज जम्मू-कश्मीर पुलिस, दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस से जुड़े जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल की केस डायरी और इनपुट्स अपने कब्जे में लेगी. माना जा रहा है कि इन्हीं जानकारियों के आधार पर जांच की दिशा तय की जाएगी.

जल्दबाजी और धोखे से हुआ विस्फोट

लाल किले के पास हुए विस्फोट मामले की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि जब एक अंतर-राज्यीय आतंकवादी मॉड्यूल के भंडाफोड़ के बाद जल्दबाजी में बनाए गए विस्फोटक उपकरण को ले जाया जा रहा था तभी संभवतः यह विस्फोट ‘दुर्घटनावश’ ​​हुआ. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने लाल किला विस्फोट मामले की जांच एक संभावित आतंकवादी हमले के रूप में की और पुलवामा के एक डॉक्टर उमर नबी पर ध्यान केंद्रित किया.

टेरर मॉड्यूल पकड़े जाने के बाद हुआ विस्फोट

पुलवामा के इस डॉक्टर का संबंध फरीदाबाद स्थित आतंकवादी मॉड्यूल से था, जिसका पर्दाफाश वहां से विस्फोटक बरामद होने के बाद हुआ था. सूत्रों ने बताया कि यह विस्फोट दिल्ली-एनसीआर और जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में कई स्थानों पर सुरक्षा एजेंसियों द्वारा आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा माने जा रहे संदिग्धों को पकड़ने के लिए की गई छापेमारी के बाद घबराहट और हताशा में किया गया.