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“दिल्ली धमाका ही नहीं अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट से भी जुड़ा था फरीदाबाद के ‘अल-फलाह’ का नाम, अब अल्पसंख्यक दर्जे पर मिला नोटिस”

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दिल्ली कार ब्लास्ट की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है. वैसे-वैसे राजधानी से सटे फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी से रची गई भारत विरोधी साजिशों और गुनाहों की लिस्ट लंबी होती जा रही है.

अब सूत्रों के हवाले से पता चला है कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग (NCMEI) ने अल-फलाह यूनीवर्सिटी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. एजेंसी ने यूनिवर्सिटी के कर्ताधर्ताओं से पूछा है कि दिल्ली ब्लास्ट से इसके कनेक्शन लगातार जुड़ने के मद्देनजर इसका अल्पसंख्यक दर्जा क्यों न वापस ले लिया जाए.

दिल्ली ब्लास्ट और अलफलाह यूनिवर्सिटी

फरीदाबाद स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय तब सुर्खियों में आया था जब डॉ. उमर नबी, जो 10 नवंबर को लाल किले के पास विस्फोटकों से लदी कार चला रहे थे, और आरोपी डॉ. मुजम्मिल शकील गनई विश्वविद्यालय में काम करते थे. दिल्ली धमाके में 15 लोग मारे गए थे, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे. अब एनसीएमईआई के सूत्रों ने एएनआई को बताया कि शुक्रवार को उन्होंने नोटिस जारी किया और मामले की सुनवाई की तारीख 4 दिसंबर तय की गई है.

सवालों के घेरे में कर्ताधर्ता

विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के साथ-साथ हरियाणा के शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को रिपोर्ट सौंपने के लिए नोटिस जारी किया गया है. राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग (एनसीएमईआई) एक अर्ध-न्यायिक निकाय है और इसे इस उद्देश्य के लिए न्यायिक, सलाहकार और अनुशंसात्मक शक्तियां प्रदान की गई हैं. केंद्र सरकार ने मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, पारसी और जैन सहित छह धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों को अधिसूचित किया है.

साजिश ही साजिश

शनिवार सुबह फरीदाबाद पुलिस ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी के पास स्थित धौज गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया. इससे पहले इंदौर के महू कैंटोनमेंट बोर्ड ने अल-फलाह ग्रुप के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी की पैतृक संपत्ति को हटाने का नोटिस जारी हुआ. प्रशासन के मुताबिक उसका निर्माण रक्षा मंत्रालय की जमीन पर अवैध रूप से हुआ था.

अल-फलाह यूनिवर्सिटी की जांच में हाल ही में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक डॉक्टर उमर नबी ऐसा पहला बंदा नहीं है जिसका नाम अल-फलाह और आतंकवाद दोनों से जुड़ा हो. अल-फलाह के एक और पूर्व छात्र मिर्ज़ा शादाब बेग का नाम आतंकी गतिविधियों में शामिल पाया गया था. इंडियन मुजाहिदीन के मेंबर बेग ने 2007 में फरीदाबाद के अल-फलाह इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन में बीटेक पूरा किया था. अगले साल 2008 के उसकी अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में सीधी भूमिका दिखी थी.