दिल्ली कार धमाके के बाद जैश के पोस्टर और लॉकर से AK47 बरामद होने तक रोज नए-नए खुलासे हो और भारत विरोधी साजिश रचने वाले आंतकियों की गिरफ्तारियां हो रही हैं. इस सिलसिले में स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने श्रीनगर के बटमालू इलाके से पुलवामा के रहने वाले तुफैल नियाज को गिरफ्तार किया है.
एसआईए की टीम ने श्रीनगर के व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल से AC टेक्नीशियन को गिरफ्तार किया, जिस पर आरोप है कि उसने ही डॉ. उमर को हथियार दिए थे.
कौन है तुफैल?
तुफैल इलेक्ट्रीशियन का काम करता है. आतंकवाद में शामिल होने के लिए पहले भी दो बार जेल की सज़ा काट चुका है. सूत्रों से पता चला है कि दिल्ली ब्लास्ट का मास्टरमाइंड डॉ. उमर 2018 में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के दौरान उसी के इलाके में एक घर किराए पर लिया था.
माना जा रहा है कि डॉ. उमर और तुफैल पहली बार तभी संपर्क में आए थे. सूत्रों के मुताबिक, GMC मेडिकल कॉलेज में डॉ. आदिल के लॉकर से बरामद हथियार का इंतज़ाम तुफैल ने किया था और डॉ. उमर को दिया था, जिसने फिर हथियार डॉ. आदिल के पास रख लिया. SIA अभी इस मामले में तुफैल से पूछताछ कर रही है.
अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा के इंडस्ट्रियल एस्टेट में AC टेक्नीशियन के तौर पर काम करने वाले भट को पुलवामा से हिरासत में लिया गया और पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया. जांच में सामने आया है कि लाल किले पर हुए धमाके का सुसाइड बॉम्बर, डॉ. उमर फारूक, GMC श्रीनगर में MBBS की पढ़ाई करते हुए, बटमालू में उसी जगह किराएदार के तौर पर रह रहा था, जहां नियाज रहता है. माना जा रहा है कि इसी नजदीकी की वजह से उनका संपर्क हुआ होगा.
कहां तक पहुंची जांच?
जांचकर्ताओं का मानना है कि तुफैल ने शायद एक पाकिस्तानी हैंडलर से हथियार खरीदा होगा, जिसका अभी तक पता नहीं चल पाया है. हैंडलर की पहचान और आने-जाने के तरीके का पता लगाने के लिए तलाश जारी है. वहीं तुफैल के माता-पिता ने कहा, उसे 11 नवंबर को पुलवामा में तब गिरफ्तार किया गया था जब वह वहां एक फैक्ट्री में काम कर रहा था. तुफैल की मां, नाजा बानो और उसके पिता का कहना है कि उसे पहले भी दो बार गिरफ्तार किया जा चुका है. एक बार, उसके पास से एक बंदूक मिली थी. डॉ. उमर उसी इलाके में रहता था, लेकिन उन्हें उसके संपर्क के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
माता-पिता ने कहा कि उन्होंने डॉ. उमर को यहां दो बार देखा है, 2018 में, जब वह किराएदार थे, लेकिन वह मुझे डॉक्टर जैसे नहीं लगे. अगर हमारा बेटा इसमें शामिल है तो उसे सज़ा दो लेकिन हमें अभी पता है कि वह इसमें शामिल नहीं है.
किसने साधी चुप्पी?
इस बीच, ऐसी खबरें हैं कि SIA ने एक डॉक्टर को भी हिरासत में लिया है, जिसकी पहचान डॉ. मुनीब उल इस्लाम, MBBS और MD, पड्डर, शोपियां के रहने वाले हैं, जो अभी श्रीनगर के बोन एंड जॉइंट हॉस्पिटल में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर के तौर पर काम कर रहे हैं. डॉक्टरों की हिरासत के बारे में अधिकारी अभी चुप हैं.



