अक्सर देखा जाता है कि बोलचाल की भाषा को लेकर लोगों में बहस छिड़ी रहती है. बीते दिन महाराष्ट्र से ऐसे कई मामले सामने आए जहां पर मराठी न बोलने की वजह से लोगों के साथ मारपीट की गई. अब भाषा को लेकर बहस संसद में भी छिड़ गई है.
संसद में बोलते हुए एक सांसद ने कहा कि दक्षिण भारतीय लेडी हिंदी बोल रही हैं, जिसपर लोग तरह- तरह की टिप्पणी कर रहे हैं. जानिए आखिर ऐसा किसने कहा?
दक्षिण भारतीय लेडी हिंदी बोल रही है
संसद में बोलते हुए सौगत रॉय (AITC) ने कहा कि दक्षिण भारतीय लेडी हिंदी बोल रही हैं, मैं तो बंगाली हूं बंगाली बोल रहा हूं, जिसपर पीठासीन जगदंबिका पाल ने कहा कि आप बंगाली हैं लेकिन हिंदी को आप ऐसा नहीं कह सकते हैं. उनकी इस बात पर गुस्से में बोलते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मैं हिंदी में बोल सकती हूं, मैं इंग्लिश में बोल सकती हूं, मैं तेलुगु में बोल सकती हूं या मैं तमिल में बोल सकती हूं माननीय MP को इससे क्या फ़र्क पड़ता है?
दिया था ये तर्क
आगे बोलते हुए गुस्से के लहजे में उन्होंने कहा कि माननीय स्पीकर ने जो इंतजाम किया है, उससे वह जिस भी भाषा में चाहें, उसका ट्रांसलेशन करवा सकते हैं. उन्होंने ये भी तर्क दिया कि वह हिंदी में बोलीं, इसलिए मैं समझ नहीं पा रहा हूं, जिसपर वित्त मंत्री ने कहा कि सुविधाएं मौजूद हैं, टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है, वह जिस भी भाषा में चाहें, समझ सकते हैं लेकिन क्योंकि उन्होंने बिल को अच्छी तरह से नहीं पढ़ा है और क्योंकि वह टॉपिक से भटकाना चाहते हैं, इसलिए वह ये सब बातें ला रहे हैं और मुझे इस पर एतराज है.
लोगों ने की टिप्पणी
वित्त मंत्री के ऑफिस से इस क्लिप को पोस्ट किया गया, जिसपर कमेंट करते हुए एक यूजर्स ने लिखा कि एक साउथ इंडियन हिंदी में क्यों नहीं बोल सकता? सौगत को क्या दिक्कत थी? इसके अलावा उसने लिखा कि पश्चिम बंगाल में कुछ दिनों में चुनाव है, ऐसे में उनकी ये बात भाषा आंदोलन के बारे में थी. एक अन्य ने लिखा कि हमारी शेरनी से कभी पंगा मत लेना.



