लंबे विवाद और अटकलों के बाद आखिरकार शनिवार को मुर्शिदाबाद के रेजीनगर (बेलडांगा-2) में तृणमूल से हाल ही में निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने ‘बाबरी मस्जिद’ की नींव रखी। अयोध्या की बाबरी मस्जिद विध्वंस की तारीख 6 दिसंबर को ही यह कदम उठाने से राज्य की राजनीति में जबरदस्त तनाव पैदा हो गया है।
तृणमूल नेतृत्व ने हुमायूं कबीर के इस फैसले को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया। हालांकि, उन्होंने पार्टी के फैसले की परवाह न करते हुए अपनी पूर्व घोषित योजना के अनुसार मस्जिद का शिलान्यास किया। हुमायूं कबीर ने दावा किया है कि लगभग 25 बीघा जमीन पर तीन कट्ठा जगह में मस्जिद का निर्माण होगा और इसके लिए वह किसी भी सरकारी पैसे का उपयोग नहीं करेंगे।
बीजेपी नेता अग्निमित्रा पाल का वार:
मुर्शिदाबाद में इस विवादास्पद शिलान्यास को लेकर बीजेपी नेता अग्निमित्रा पाल ने तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर एक साथ हमला किया है। बीजेपी नेता ने सीधे आरोप लगाते हुए कहा, “तृणमूल कांग्रेस हुमायूं कबीर के जरिए ध्रुवीकरण की राजनीति (Morukoroner Rajneeti) कर रही है। ममता बनर्जी बंगाल की धरती पर आग से खेल रही हैं।”
बीजेपी का दावा है कि इस तरह के धार्मिक नाम का उपयोग करके नींव रखना वास्तव में राजनीतिक तनाव पैदा करने का प्रयास है। अग्निमित्रा पाल और अन्य बीजेपी नेताओं ने सवाल उठाया है कि एक बेहद संवेदनशील ऐतिहासिक घटना से जुड़े नाम का उपयोग करके मस्जिद बनाने की पहल के पीछे तृणमूल की छाया राजनीति है। उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका भी जताई है।
वहीं, किसी भी तरह की अशांति से बचने के लिए रेजीनगर समेत पूरे मुर्शिदाबाद जिले को कड़ी सुरक्षा घेरे में रखा गया है। इलाके में केंद्रीय अर्धसैनिक बल और अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।



