राजनांदगांव। सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने मारपीट और बलवा के एक मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक्टीवा मोटरसाइकिल सहित धारदार चाकू, बांस का डंडा और लोहे का रॉड जब्त किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 15 दिसंबर की रात प्रार्थी ने थाना सिटी कोतवाली पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में बताया गया कि उसका भाई राहुल बैरागी अपने साथी चिंटू रजक के साथ घर के बाहर भोला दुकान के सामने बैठा था। इसी दौरान शाम करीब 7.30 बजे पीयूष बाघमारे एक्टीवा वाहन से वहां पहुंचा और बीयर पीने के बहाने दोनों को अपने साथ राजदूत बार ले गया। बीयर खरीदने के बाद तीनों सनसिटी रोड स्थित हसन कबाड़ी दुकान के पीछे बैठकर बातचीत कर रहे थे, तभी पीयूष बाघमारे ने फोन कर अपने साथी लोकेश, छगन साहू और अन्य लोगों को मौके पर बुला लिया।
आरोप है कि इसके बाद आरोपियों ने मां-बहन की अश्लील गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी और हाथ-मुक्कों, बेसबाल, लोहे के रॉड और धारदार हथियार से मारपीट की। मामले में थाना सिटी कोतवाली में अपराध क्रमांक 764/25 के तहत बीएनएस की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया।
पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा के निर्देश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा तथा नगर पुलिस अधीक्षक वैशाली जैन के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक नंदकिशोर गौतम के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों की तलाश की गई। घेराबंदी कर सभी 7 आरोपियों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने जुर्म स्वीकार किया।
गिरफ्तार आरोपियों में देवेन्द्र साहू, पीयूष बाघमारे, मनीष मरकाम, लोकेश ढीमर, यशवंत यादव, दीपेश ढीमर और छगन साहू शामिल हैं। पुलिस ने उनके पास से एक्टीवा वाहन क्रमांक सीजी 09-जेपी 6859, एक धारदार चाकू, बांस का डंडा और लोहे का रॉड जब्त किया।
पुलिस ने सभी आरोपियों को 16 दिसंबर को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल वारंट जारी होने पर उन्हें जिला जेल राजनांदगांव भेज दिया गया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक नंदकिशोर गौतम, प्रधान आरक्षक शंभूनाथ द्विवेदी सहित थाना स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही।



