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छत्तीसगढ़ : जब तहसीलदार को दूसरे रास्ते से जाना पड़ा कॉलेज

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शासकीय पी.जी.कॉलेज प्रशासन द्वारा आम रास्ता अवरूद्ध करने के कारण आवाजाही में आम नागरिकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन के ढुलमुल रवैये से नाराज नागरिकों ने शनिवार को जोधापुर के तरफ से आने वाले मार्ग में सतनामी समाज के भवन के पास धरना प्रदर्शन और मार्ग अवरुद्ध कर कॉलेज प्रशासन हाय हाय के नारे लगाए। लोगों ने कहा कि जब तक इस मार्ग को नहीं खोला जाता तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। बाबू छोटे लाल श्रीवास्तव पीजी कॉलेज द्वारा आम नागरिकों के मार्ग को अपनी जमीन बता कर रोड ब्लॉक करने से अब नागरिक अब परेशान हो गए हैं। यहां के रहवासियों ने जिला प्रशासन से कॉलेज मार्ग को पूर्व की तरह खुलवाने कई बार गुहार लगा चुके हैं, पर इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। परेशानी के चलते स्थानीय पंचवटी कॉलोनी के रहवासियों को काफी दिक्कत हो रही है। शनिवार को वार्ड वासियों ने सड़क जाम कर कॉलेज और जिला प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। इस दौरान किसी कार्य को लेकर तहसीलदार रजनी भगत को कॉलेज की ओर जाना पड़ा। वार्डवासियों ने विरोध कर उन्हें भी जाने नहीं दिया।

नाराज लोगों ने कहा कि जब तक मार्ग नहीं खुल जाता, तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। मायूस और नाराज तहसीलदार को दूसरे मार्ग से कॉलेज तक जाना पड़ा। प्रदर्शन कारियों ने कहा कि मार्ग के अवरूद्ध किए जाने से रत्नाबांधा रोड होते हुए पांच-छह किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। इसके चलते कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

जल्द से जल्द यह मार्ग खोला जाए। प्रदर्शन करने वालों में राकेश साहू, रेवती साहू, मीना साहू ,जागो बाई, राधिका साहू, बिंदा बाई साहू, बासन साहू सहित काफी बड़ी संख्या में लोग शामिल थे। सभी वर्ग के लोग हो रहे परेशान मालूम हो कि 27 एकड़ की जमीन कॉलेज प्रशासन को आवंटित होने के पूर्व से ही इस मार्ग का उपयोग लोग वर्षों से कर रहे हैं।आम रास्ता होने के कारण रत्नाबांधा, पंचवटी कॉलोनी की तरफ से सड़क का निर्माण, लोक निर्माण विभाग और जोधापुर की तरफ की सड़क का निर्माण नगर निगम धमतरी द्वारा किया गया है। इस मार्ग से हजारों ग्रामीण, श्रमिक, सब्जी मंडी में जाने वाले छोटे किसान कर्मचारी व छात्र सभी परेशान हो रहे हैं।

शहर के भीड़-भाड़ वाले स्थान से बचने व ट्रैफिक जाम से बचाव के लिए वैकल्पिक मार्ग के रूप में इस रास्ते का उपयोग किया जाता रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी सोरिद, जोधापुर केन एकेडमी स्कूल, शिशु मंदिर, मॉडल स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों को हो रही है। एक किलोमीटर की दूरी के स्थान पर छः से सात किलोमीटर की दूरी तय कर के स्कूल जाना पड़ रहा है। इसके पूर्व भी कालेज प्रशासन व कलेक्ट्रेट में ज्ञापन दिया जा चुका है। इसके बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है।

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