मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि देश के जांबाज जवानों और शहीदों के बलिदान का ही नतीजा है कि आज हम लोग हमारा देश सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश शहीद परिवारों के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़ी है उनकी हर समस्या का समाधान सरकार करेगी।
कमलनाथ यहां शौर्य स्मारक में मध्यप्रदेश सरकार और एक निजी चैनल द्वारा आयोजित देश भक्ति कार्यक्रम ‘एक शाम देश के नाम’ में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने छतरपुर के आरक्षक शहीद बालमुकुंद प्रजापति के परिवार को आश्वस्त किया कि उन्हें शीघ्र ही पिछले दो साल से रुकी पेंशन शुरु की जायेगी। उन्होंने कहा कि जब वे देहरादून में पढ़ रहे थे तो हमारे स्कूल के एक तरफ सैनिक स्कूल था और मेरी बड़ी इच्छा थी की फौजी बने।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने इसके लिए एनडीए की भी तैयारी की। उन्होंने कहा कि लेकिन जब वे सेना, सीआरपीएफ, पुलिस और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के जवानों का साहस देखते हैं तो उन्हे बड़ा गर्व होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वे देश प्रेम के गाने सुन रहे थे। इसमें पूरे भारत की झलक दिखलाई दे रही थी। हमारे देश में विभिन्न जाति, संस्कृति, भाषा, धर्म होने के बावजूद हम एक झण्डे के नीचे खड़े रहते हैं और देश के प्रति हमारा जज्बा एक रहता है।
उन्होंने इस मौके पर सीआरपीएफ के जवान शहीद अश्वनी कुमार काछी जबलपुर, शहीद मनोज चौरे बैतूल, शहीद मनमोहन सिंह परिहार सतना, सेना के जवान शहीद रंजीत सिंह तोमर दतिया, शहीद रामेश्वर प्रसाद पटेल जबलपुर, शहीद जगराम सिंह तोमर मुरैना, मध्यप्रदेश पुलिस के शहीद एएसआई, अमृतलाल भिलाला, आरक्षक शहीद अरभवद सेन अलीराजपुर, रायेसन के आरक्षक शहीद इन्द्रपाल भसह सेंगर, आरक्षक शहीद बालमुकुंद प्रजापति छतरपुर, और शहीद रमाशंकर यादव भोपाल के परिजनों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर चिकित्सा एवं संस्कृति मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ, वाणिज्यिक कर मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह राठौर, जनसंपर्क एवं विधि विधायी मंत्री पी.सी. शर्मा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुखदेव पांसे, विधायक आरिफ मसूद, पुलिस महानिदेशक वी.के. सिंह, अपर मुख्य सचिव गोपाल रेड्डी, आयुक्त जनसंपर्क पी. नरहरि, आयुक्त भोपाल कल्पना श्रीवास्तव सहित अन्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में सेना और सीआरपीएफ के जवानों और मुम्बई से आये कलाकारों ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत किये।