छत्तीसगढ़ की नई राजधानी के माना इलाके में रविवार सोमवार रात तेंदुआ पकड़ा गया है. वह दो महीने से एक पोल्ट्री फार्म की मुर्गियां खा रहा था. चौकीदार ने उसे एक बार देखा था. फिर मालिक को बताया. इसके बाद वन अफसरों को सूचनी मिली तो उन्होंने पिंजरा रखवा दिया. तेंदुआ उसमें फंस गयाव. विभाग के आला अफसर भी हैरान है कि तेंदुआ आखिर कहां से आया. विशेषज्ञों के अनुसार तेंदुए की उम्र लगभग 5 साल है. इसे अभी नन्दन वन में पिंजरे में रखा गया है. प्रधान मुख्य वन संरक्षक शिरीष अग्रवाल का कहना है कि एक दो दिन उसे निगरानी में रखने के बाद बारनवापारा के जंगलों में छोड़ दिया जाएगा. डॉक्टरों की टीम उसकी निगरानी कर रही है. ये खबर दैनिक भास्कर सहित दूसरे मुख्य अखबारों में प्रमुखता से प्रकाशित हुई है.