इंदौर जेल रे रिहा होने के बाद बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने कहा, “ऐसे हालात में जब महिला को घसीटा जा रहा हो। मैंने वही किया जो मैं कर सकता था। मैंने जो कुछ किया उसपर मुंझे कोई शर्मिंदगी नहीं है, लेकिन मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि वह दोबारा मुझे बल्लेबाजी करने का मौका न दे।”