पश्चिम बंगाल के बशीरहाट से तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। विवाद का कारण कोई राजनीतिक या नीति का विरोध नहीं बल्कि उनके द्वारा मंगलसूत्र पहनने और सिन्दूर लगाने को लेकर है।
हरिभूमी पर छपी खबर के अनुसार, सहारनपुर के इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने इसको लेकर विरोध किया। और फतवा जारी किया। जिसके बाद विवाद और बढ़ गया। देवबंद द्वारा जारी किए गए फतवे का फिलहाल नुसरत जहां पर किसी तरह का असर नहीं पड़ा है पर राजनीति में इसका गहरा असर पड़ा।
भाजपा नेता साध्वी प्राची फतवे पर बिफर पड़ी। उन्होंने दारुल उलूम देवबंद को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मुस्लिम लड़की हिन्दू से शादी करके मंगलसूत्र पहने तो वह हराम है लेकिन लव जिहाद के नाम पर हिन्दू लड़की बुर्का पहने तो जायज। ये कौन सा न्याय है।
साध्वी प्राची की बातों के जवाब में देवबंद के मौलवी ने उन्हें बेलगाम कह दिया। साथ ही मौलवी ने कहा कि साध्वी प्राची चर्चा में बने रहने के लिए ऐसे बयान देती हैं। उनकी सोच पर तरस आता है। वह हमेशा आग समाज में आग लगाने का काम करती हैं। उन्हें न हिन्दू धर्म की जानकारी है और न ही इस्लाम की जानकारी है। मौलवी ने कहा इस्लाम तो अमन शान्ति का पैगाम देता है।