हिमालय स्थित हिंदुओं के पवित्र तीर्थ स्थल अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए जाने वाले अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था रविवार को जम्मू से कश्मीर घाटी के लिए रवाना हो गया। यह 45 दिवसीय अमरनाथ यात्रा सोमवार को औपचारिक रूप से शुरू होगी और 15 अगस्त को श्रावन पूर्णिमा पर्व के दिन इसका समापन होगा।
यहां पुलिस सूत्रों ने कहा, “तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे में 1,051 लोग उत्तरी कश्मीर के बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुए हैं और 1,183 लोग पहलगाम आधार शिविर के लिए रवाना हुए हैं। श्रद्धालुओं में 1,839 पुरुष, 333 महिलाएं, 45 साधु और 17 बच्चे हैं।”
उन्होंने कहा, “तीर्थयात्री सुरक्षा दस्ते के साथ काफिलों में रवाना हुए। आज (रविवार को) जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर दोपहर तीन बजे तक विपरीत दिशा से यातायात बंद रहेगा जिससे तीर्थयात्री बिना किसी देरी के जवाहर सुरंग पार कर लें।”
इस साल शांतिपूर्ण और सतत अमरनाथ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए असाधारण सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
पिछले सप्ताह अपनी कश्मीर यात्रा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी।
श्रद्धालुओं के अनुसार, समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में बर्फ की विशाल संरचना बनती है जो भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों की प्रतीक है।